धनबाद : प्रोजेक्ट इफेक्टेड( परियोजना प्रभावित) के लिए बीसीसीएल ने राहत का पिटारा खोल दिया है. शनिवार को कंपनी की सीएमडी टीके लाहिड़ी की अध्यक्षता में हुई को–ऑर्डिनेशन मीटिंग में उनके लिए कई अहम फैसले लिये गये.
बेहतर स्कूलों में पढ़ेंगे बच्चे : अब प्रोजेक्ट इफेक्टेड के बच्चे कंपनी की ओर से संचालित डीएवी स्कूलों में दाखिला ले सकेंगे. बीसीसीएल कोटे से दाखिले के बाद जो सीटें बचेंगी, उसमें उन्हें दाखिला मिलेगा.
उनका सारा खर्च बीसीसीएल वहन करेगी. मसलन–ड्रेस, किताब,फीस व भोजन की राशि. शाम को इन स्कूलों के भवन खाली रहते हैं. उनमें प्रोजेक्ट इफेक्टेड के लिए बीएड, पारामेडिकल व कंप्यूटर की ट्रेनिंग दी जायेगी. जिन इलाकों में कंपनी की ओर से पानी की व्यवस्था की गयी है वहां बागवानी व मछली पालन को कंपनी बढ़ावा देगी. इस कार्य में टाटा इंस्टीच्यूट ऑफ सोशल साइंस (टिस्क) मदद करेगी.
पैन नंबर के बगैर वेतन भुगतान नहीं : जिन कर्मियों ने पैन नंबर जमा नहीं किया है.
प्रोजेक्ट इफेक्टेड छात्रों का
उन्हें जल्द से जल्द जमा करने का फरमान जारी किया गया है. पैन नंबर जमा नहीं करने की सूरत में उनका वेतन भुगतान नहीं हो सकेगा. हर एरिया में टैक्सेशन सेल बनेगा. ताकि इनका समय से भुगतान किया जा सके.
कैरियर काउंसिलिंग की शुरुआत : मीटिंग में बताया गया–जुलाई माह में कैरियर काउंसिलिंग की शुरुआत की गयी है. इसके तहत मैनेजमेंट ट्रेनीज एरिया में छात्रों की कैरियर काउंसिलिंग कर रहे हैं. इसका लाभ छात्र–छात्राओं को मिलेगा. एरिया स्तर पर प्रोजेक्ट संबंध व खिलाड़ी की शुरुआत की जा रही है.
प्रोजेक्ट संबंध तहत एरिया से सटे गांव में लोगों को विभिन्न वस्तुओं पर मिलने वाली छूट के बारे में अवगत कराया जायेगा. प्रोजेक्ट खिलाड़ी के तहत खेल–कूद को बढ़ावा देने की योजना है. इसी माह छात्राओं के लिए कंपनी की ओर से प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जायेगा.
जो मौजूद थे
डीपी पीइ कच्छप, डीटी अशोक सरकार, डीएफ अमिताभ साहा समेत सभी जीएम व सीजीएम
बॉक्स : अगस्त का टारगेट तय
धनबाद : अगस्त में कंपनी के लिए 25.38 लाख टन प्रोडक्शन टारगेट तय किया गया. कंपनी 39.86 लाख टन डिस्पैच करेगी. इस अवधि में ओबी प्रोडक्शन 86.62 लाख टन निर्धारित किया गया है. बैठक में क्वालिटी पर विशेष चर्चा हुई, निर्देश था थर्ड पार्टी सैंपलिंग को देखते हुए क्वालिटी डिस्पैच करें. फेस पर ही इसमें सुधार किया जाये. ओवरलोडिंग रोकने के पुख्ता प्रयास किये जायें.
बॉक्स : पचास हेक्टेयर में वृक्षारोपण
धनबाद : अगले साल कंपनी ने पचास हेक्टेयर भूमि पर पौधरोपण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. यह भी तय कि या गया कि कंपनी की दीवारों पर अब नारे लिखने की इजाजत नहीं होगी. बल्कि इनकी जगह सामाजिक संदेश देने वाले स्लोगन लिखे जायेंगे. इनमें इनवायरमेंट को बढ़ावा देने वाले स्लोगन को प्राथमिकता दी जायेगी.