17.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

100 करोड़ की हवाई यात्र करते हैं धनबादवासी

धनबाद: धनबाद को देश के कोयलांचल की राजधानी का दरजा मिला हुआ है. यहां दुनिया की सबसे बड़ी कोयला कंपनी कोल इंडिया की सबसे महत्वपूर्ण अनुषंगी कंपनी बीसीसीएल है. यहां देश-दुनिया में प्रतिष्ठित स्टील कंपनी टाटा और देश के सार्वजनिक क्षेत्र की सबसे बड़ी स्टील कंपनी सेल की कोयला खदानें हैं. अंतरराष्ट्रीय स्तर का शिक्षण […]

धनबाद: धनबाद को देश के कोयलांचल की राजधानी का दरजा मिला हुआ है. यहां दुनिया की सबसे बड़ी कोयला कंपनी कोल इंडिया की सबसे महत्वपूर्ण अनुषंगी कंपनी बीसीसीएल है. यहां देश-दुनिया में प्रतिष्ठित स्टील कंपनी टाटा और देश के सार्वजनिक क्षेत्र की सबसे बड़ी स्टील कंपनी सेल की कोयला खदानें हैं. अंतरराष्ट्रीय स्तर का शिक्षण संस्थान इंडिया स्कूल ऑफ माइंस है. वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआइआर) की प्रयोगशाला सिंफर है. देश के पुराने इंजीनियरिंग संस्थानों में एक बीआइटी, सिंदरी है.

देश भर में फैले खनन उद्योग को नियंत्रित करनेवाले राष्ट्रीय स्तर के संस्थान खान सुरक्षा महानिदेशालय (डीजीएमएस) का मुख्यालय यहां है. देश के रेल मानचित्र पर धनबाद की दमदार उपस्थिति भी है. यदि कुछ नहीं है, तो वह है हवाई यात्रा की सुविधा. केंद्र और राज्य सरकारों के कर व राजस्व के खजाने में हर वर्ष अरबों रुपये जमा करनेवाले धनबाद को एयरलाइंस सुविधा के मामले में बेहद निर्ममता से उपेक्षित करना यहां के वाशिंदों को कचोटता रहा है. बड़ी बात यह कि यहां के विभिन्न तबके के लोग बड़े पैमाने पर हवाई यात्रा करते हैं.

इनमें दिल्ली, पुणो, मुंबई, चेन्नई, बेंगलुरु समेत देश के विभिन्न इलाकों के शिक्षण संस्थानों में पढ़नेवाले धनबाद के स्टूडेंट्स, डॉक्टर, बिजनेसमैन, कोयला अधिकारी समेत अन्य लोग शामिल हैं. एक अनुमान के अनुसार हर साल धनबाद के लोग हवाई यात्रा पर करीब 100 करोड़ रुपये खर्च करते हैं. हवाई यात्रा के लिए धनबाद के वाशिंदों को कोलकाता, रांची, पटना जाना पड़ता है. यदि यहां नियमित हवाई सेवा शुरू हो जाये तो यह राशि और बढ़ सकती है.

प्रतिदिन 50 से 60 लोग करते हैं हवाई यात्रा : धनबाद जिले से प्रतिदिन 50 से 60 लोग हवाई यात्रा करते हैं. इनमें कोलकाता जा कर यात्रा करने वालों की संख्या ज्यादा होती है. धनबाद, बोकारो एवं गिरिडीह में आइटा (इंटरनेशनल एयरपोर्ट ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन) के एकमात्र अधिकृत एजेंसी केट के संचालक संजीव बियोत्र के अनुसार वर्ष 2012 के दौरान धनबाद से कोलकाता एवं रांची जा कर हवाई सेवा करने वाले यात्रियों ने 11 करोड़ 52 लाख रुपये से अधिक के एयर टिकट लिये. इन यात्रियों के लौटने तथा स्वयं टिकट लेने वाले यात्रियों की संख्या अगर जोड़ दी जाये तो धनबाद के लोगों ने करीब 50 करोड़ रुपये के एयर टिकट खरीदे. धनबाद के वाशिंदे नयी दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, बेंगलुरु, पणजी के लिए ज्यादा हवाई यात्रा करते हैं.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें