हालांकि फिलहाल एक लाख असाक्षर लोगों को ही मार्च में केंद्र तक लाया जा सकेगा. इससे पहले स्वयंसेवी शिक्षकों की ट्रेनिंग होगी. इसके लिए राज्य स्तर पर मास्टर ट्रेनरों को ट्रेनिंग दी जायेगी. इसके अलावा राज्य में पहली बार पहले स्तर (तीसरी कक्षा) की पढ़ाई शुरू होने जा रही है.
पहले स्तर के बाद दूसरे एवं तीसरे स्तर की पढ़ाई होती है, जो पांचवीं एवं आठवीं कक्षा के बराबर मानी जाती है. एनआइओएस के सहयोग से इन स्तरों की पढ़ाई होती है एवं प्रमाणपत्र दिये जाते हैं. पहले स्तर की पढ़ाई के लिए तोपचांची प्रखंड के गेंद नावाडीह पंचायत एवं बाघमारा प्रखंड के पाथरगढ़िया पंचायत का चयन किया गया है. इसके लिए मास्टर ट्रेनरों को ट्रेनिंग दी जायेगी. पहले स्तर की पढ़ाई में केवल उनका नामांकन होगा, जो साक्षर हो चुके हैं एवं उनके पास साक्षरता का प्रमाणपत्र है. साथ ही लागत का 20 फीसदी खर्च भी पढ़ाई करने वाले को देना होता है.