तीन माह का ग्रेस पीरियड है. 31 मार्च तक अगर कंज्यूमर डीबीटीएल से नहीं जुड़ते हैं तो उन्हें सब्सिडी का लाभ नहीं मिलेगा. नयी व्यवस्था से उपभोक्ताओं की जेब से पैसा नहीं लगेगा. रसोई गैस की बुकिंग कराने के साथ सब्सिडी की राशि 568 रुपया लाभुक के एकाउंट में चला जाता है. बुकिंग के तीन दिन बाद डिलेवरी देते समय सब्सिडी की दूसरी किस्त 342.51 रु लाभुक के एकाउंट में आ जाती है.
रसोई गैस की बाजार में कीमत 805 रुपया है और लाभुक के एकाउंट में 910 रुपया आता है. गैस लेने के बाद भी कंज्यूमर के पास 105 रुपया एडवांस रहता है. दूसरे सिलिंडर की बुकिंग कराने पर सब्सिडी की राशि 342.50 रुपया लाभुक के एकाउंट में चला जाता है. उपभोक्ता जो पहले से 445 रुपया देते थे, उतना ही पैसा लगता है. उपभोक्ता की जेब पर बोझ न पड़े, इसलिए सरकार सब्सिडी की राशि पहले ही उपभोक्ता के एकाउंट में भेज देती है. धनबाद में पचास व बोकारो में 66 प्रतिशत कंज्यूमर डीबीटीएल से जुड़ चुके हैं.