धनबाद: नगर निगम के खिलाफ सांसद पीएन सिंह द्वारा सीधे मोरचा खोल देने से भाजपाई जहां पसोपेश में हैं, वहीं विरोधी दल के नेता गद्गद हैं. शहर में व्याप्त जल संकट के बहाने सांसद द्वारा लगातार दो दिनों से निगम प्रबंधन के खिलाफ मोरचा खोले हुए हैं. उनके कड़े बयानों के कई राजनीतिक मायने निकाले जा रहे हैं. राजनीतिक क्षेत्र में इसे अप्रैल, मई में यहां नगर निगम के होने वाले चुनाव से जोड़ कर देखा जा रहा है.
सांसद के बयान से साफ है कि पिछले पांच वर्षो के दौरान निगम के कार्यो को ले कर जनता में व्याप्त नाराजगी से खुद को अलग रखना चाहते हैं. हालांकि भाजपा के कार्यकर्ता पसोपेश में पड़ गये हैं. धनबाद की मेयर इंदु देवी की बहन कुंती देवी भाजपा की वरिष्ठ नेता हैं. झरिया के विधायक संजीव सिंह उनके भतीजा हैं. पूरा परिवार भाजपा में ही है. पिछली बार निगम चुनाव में भाजपा के कई जिला पदाधिकारी इंदु देवी के पक्ष में प्रचार किया था. जबकि उस चुनाव में पूर्व सांसद प्रो. रीता वर्मा भी मेयर के लिए लड़ रही थी.
जनहित से समझौता नहीं : इधर, भाजपा जिलाध्यक्ष हरि प्रकाश लाटा ने कहा कि सांसद द्वारा नगर निगम के खिलाफ दिया गया बयान सौ फीसदी सही है. भाजपा जनहित से समझौता नहीं करेगी. अगर स्थिति नहीं सुधरी तो भाजपा कार्यकर्ता सड़क पर उतर कर विरोध करेंगे.
विरोधियों ने ली चुटकी
दूसरी तरफ, फेसबुक पर भी सांसद का बयान चर्चा में रहा. हुबान मल्लिक ने लिखा है कि यह बिल्कुल सही है कि धनबाद नगर निगम अपनी जिम्मेदारी निभाने में पूरी तरह विफल रहा है. लेकिन यहां की मेयर को आपका (सांसद का) आशीर्वाद रहा है. उन्हें मेयर बनाने में आपकी भी भूमिका रही है. अब केंद्र एवं राज्य में आपकी सरकार है. अब बहानेबाजी नहीं चलेगी. धनबाद की जनता को पानी, बिजली से मरहूम मत कीजिए. जवाब में तमाल राय ने लिखा है कि सांसद ने जनहित में मुद्दा उठाया है. पानी, बिजली को ले कर भाजपा चिंतित है.