धनबाद: इस बार आइबीपीएस ( इंस्टीटय़ूट ऑफ बैंकिंग पर्सनल सेलेक्शन ) की परीक्षा के पैटर्न में काफी बदलाव कर दिया गया है. इस बदलाव का सीधा असर बिहार और झारखंड के युवाओं पर पड़ेगा. आइबीपीएस ने इस बार से तय किया है कि पीओ की परीक्षा में वही उम्मीदवार फॉर्म भरने के योग्य होंगे, जिन्हें स्नातक में न्यूनतम 60 फीसदी अंक हासिल हो.
आइबीपीएस की ओर से साफ कर दिया गया है कि किसी उम्मीदवार को 59.99 फीसदी अंक हासिल होता है, तो भी उसे परीक्षा में शामिल होने के अयोग्य माना जायेगा. फॉर्म भरने की आयु सीमा में भी दो साल की कटौती की गयी. अब फॉर्म भरने की न्यूनतम आयु सीमा 20 वर्ष, जबकि अधिकतम 28 वर्ष तक दी गयी है. जबकि पिछले साल अधिकतम आयु सीमा 30 वर्ष तय की गयी थी.
क्लर्क स्तर की परीक्षा के लिए भी बदलाव किया गया है. पहले क्लर्क की परीक्षा में शामिल होने के लिए न्यूनतम योग्यता इंटर थी, लेकिन इस बार से क्लर्क के लिए भी न्यूनतम योग्यता स्नातक कर दिया गया है. पीओ की परीक्षा में न्यूनतम योग्यता 60 फीसदी रहने की वजह से बिहार और झारखंड के विद्यार्थी फॉर्म भरने से पहले ही छंटजायेंगे, क्योंकि बिहार और झारखंड में औसतन 26 फीसदी छात्रों को ही 60 फीसदी अंक मिल पाता है.