निरसा: केबल लुटेरों के हमले में मंगलवार की रात मुगमा क्षेत्र के इसीएलकर्मी दारा सिंह उर्फ झाबू की मौत हो गयी, जबकि दो अन्य इसीएलकर्मी नंद महतो व ग्रामीण मलिंद राय घायल हो गये. घटना देर रात 1.30 बजे की है. लुटेरों का दल मुगमा क्षेत्र के कुहका स्थित वीटी पंप पर धावा बोला. उनको देख कर्मी भाग कर गांव में पहुंचे और इसकी सूचना निरसा पुलिस को दी. लुटेरे बचने के लिए आसपास छिप गये.
जांच के लिए पुलिस मौके पर पहुंच कर्मी तथा ग्रामीणों से पूछताछ कर वापस लौट गयी. इधर, लुटेरों ने रात करीब तीन बजे एक बार फिर धावा बोल दिया. इस बार लुटेरे पूरी तैयारी में थे. जैसे ही कर्मी हल्ला मचाते हुए गांव की ओर भागे, लुटेरे भी उनके पीछे हो गये. हल्ला सुन कर सत्यनारायण राय बाहर निकले और दरवाजा खोल नंद व मलिंद को अंदर कर लिया. इस दौरान लुटेरों ने दरवाजा पर बम चलाया, जिससे दोनों को मामूली चोटें आयीं. इधर हल्ला सुन कर दारा सिंह उर्फ झाबू लुटेरों को ललकारते हुए घर से बाहर निकले. लुटेरों ने उन पर बम चला दिया, जो उनके पेट पर लगा. वह बुरी तरह घायल हो गये. इसके बाद लुटेरे वहां से चले गये. घायल दारा को इलाज के लिए सेंट्रल हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां बुधवार को उनकी मौत हो गयी.
नियोजन पर सहमति : गुरुवार को शव का पोस्टमार्टम करवा ग्रामीण गोपीनाथपुर कोलियरी कार्यालय में नियोजन की मांग करने लगे. दो दौर में हुई बातचीत में मृतक के पुत्र सुधीर सिंह को तत्काल नियोजन देने पर प्रबंधन राजी हुआ. सुधीर को रात पाली से कार्य करने की अनुमति दे दी गयी. साथ ही दाह संस्कार व श्रद्ध के लिए तत्काल एक लाख 12 हजार व बाद में 5 लाख रुपया मुआवजा देने पर भी हामी भरी. इसके बाद शव उठा.
वार्ता में विधायक अरूप चटर्जी, कार्तिक चंद्र दत्ता, काजल चंद्रा, तारा गोप, मधु गुरु, कीनू महतो, रामपद महतो, सत्यनारायण राय, एजेंट ओपी यादव, मैनेजर केएसपी कैरों, कार्मिक पदाधिकारी राकेश शर्मा समेत अन्य उपस्थित थे. पूर्व मंत्री अपर्णा सेनगुप्ता कुहका पहुंच मृतक के परिवारवालों को सांत्वना दी.
वीटी पंप हटाने की मांग : घटना के बाद प्रबंधन के प्रति ग्रामीणों में काफी रोष है. ग्रामीणों का कहना था कि वीटी पंप में सुरक्षा की कोई व्यवस्था नहीं रहने से आये दिन लुटेरे धावा बोलते हैं. अब ग्रामीण भी लुटेरों का निशाना बनने लगे हैं.