धनबाद: लॉ कॉलेज, धनबाद में भी नये सत्र से पांच वर्षीय बीए एलएलबी (ऑनर्स) इंटीग्रेटेड कोर्स शुरू हो जायेगा. इस कोर्स के लिए कॉलेज को विभावि के साथ-साथ राज्य सरकार का भी एनओसी मिल गया है. उक्त एनओसी के आलोक में कॉलेज ने बीसीआइ को तमाम प्रपत्र गुरुवार को भेज दिया. बीसीआइ (बार काउंसिल ऑफ इंडिया) की स्वीकृति मिलते ही यह कोर्स कॉलेज में चालू हो जायेगा. कॉलेज ने नये सत्र से पांच वर्षीय कोर्स कराने की तैयारी भी शुरू कर दी है.
क्या है फायदा : इस कोर्स में स्नातक के बजाय बारहवीं पास के बाद से ही नामांकन लिया जा सकता है. पांच वर्षीय कोर्स में स्टूडेंट्स को एक साल की बचत होगी. अभी चल रही तीन वर्षीय कोर्स में पहले तीन साल स्नातक और उसके बाद का तीन साल लॉ की पढ़ाई करनी होती थी. ऐसे में स्टूडेंट्स को छह साल में डिग्री मिलती है वह भी सिर्फ बीएस एलएलबी की.
वर्तमान में पूछ बीए एलएलबी ऑनर्स की है. अभी पांच वर्षीय कोर्स के लिए धनबाद के स्टूडेंट्स को या तो रांची या फिर हजारीबाग विधि कॉलेज में नामांकन लेना पड़ता है. धनबाद में यह कोर्स शुरू हो जाने से न केवल धनबाद बल्कि पड़ोसी जिला गिरिडीह-बोकारो के अलावा बंगाल के सटे इलाके के भी स्टूडेंट्स का रुझान इस कॉलेज की ओर बढ़ेगा.
कितना सीट : पांच वर्षीय बीए एलएलबी ऑनर्स इंटिग्रेटेड कोर्स के लिए विश्वविद्यालय से मिली इजाजत के अनुसार 120 सीटें होगी. इसके लिए कितना प्रतिशत अंक इंटरमीडिएट में जरूरी होगा इसकी जानकारी बाद में जारी की जायेगी, क्योंकि बीसीआइ द्वारा हर साल इसमें परिवर्तन होता है.