फोटोगोविंदपुर/ बलियापुर/सिंदरी. सिंदरी के निर्दलीय प्रत्याशी शरत दुदानी ने कहा कि पार्टी को भाजपा एवं जनसंघ के कर्णधारों में से एक स्व: सत्यनारायण दुदानी की याद उस समय नहीं आयी, जब पार्टी ने सिद्धांतों को तिलांजलि देकर एक दलबदलू को टिकट दे दिया. हृदयनाथ सिंह एवं अन्य वरीय भाजपाइयों को अब स्व: सत्यनारायण दुदानी की याद आ रही है, यह आश्चर्य की बात है. उन्होंने कहा कि वह नीति सिद्धांतों की लड़ाई लड़ रहे हैं. पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने 1961 में एक बयान जारी कर कहा था कि यदि पार्टी गलत लोगों को टिकट देती है तो कार्यकर्ता और जनता उसे हरायें, चाहे वह जनसंघ का ही प्रत्याशी क्यों न हो. कहा कि वह इस सिद्धांत को आज भी मानते हैं और पंडित दीनदयाल उपाध्याय के पदचिन्हों पर चलते हैं. इधर, दुदानी ने शहरजोरी, तुमादाहा, शिमलाटांड़, काशीटांड़, हडि़याडीह, बिराजपुर, उदयपुर, फुफवाडीह, पांडेय बरवा, बलियापुर के करमाटांड़, ढांगी, कुसमाटांड़, सिंदरी, गोशाला, डोमगढ़ आदि गांवों का दौरा किया. मौके पर हीरालाल साव, गणपति मंडल, मृत्युंजय पांडेय, मनोज, चौधरी, फणिभूषण मंडल, सुभाष मंडल, महेश चंद्र मंडल, हरिशंकर साव, मगन प्रसाद, वरुण दास, नरेश साव, बलराम साव, राजेश शर्मा आदि मौजूद थे़
पंडित दीनदयाल के पदचिह्नों पर चल रहे हैं : शरत
फोटोगोविंदपुर/ बलियापुर/सिंदरी. सिंदरी के निर्दलीय प्रत्याशी शरत दुदानी ने कहा कि पार्टी को भाजपा एवं जनसंघ के कर्णधारों में से एक स्व: सत्यनारायण दुदानी की याद उस समय नहीं आयी, जब पार्टी ने सिद्धांतों को तिलांजलि देकर एक दलबदलू को टिकट दे दिया. हृदयनाथ सिंह एवं अन्य वरीय भाजपाइयों को अब स्व: सत्यनारायण दुदानी की […]
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement