धनबाद: बैंक मोड़ पुलिस पांच संदिग्ध शूटरों से कुछ नयी जानकारी नहीं हासिल कर पायी है. पांचों ने वहीं पुराना कहानी दुहरायी है कि शक्ति मंदिर के समीप उनलोगों को बुलाया गया था. हत्या के एवज में पहले दो लाख रुपये मिलने थे.
शंभु सिंह ने उन लोगों को बुलाया था, शंभु ही पैसा व हथयार उपलब्ध कराता. कहां जाना था व कहां ठहरना था यह शंभु ही तय करता. शंभु कौन है, कहां रहता है, यह जानकारी शूटरों ने पुलिस को नहीं दिया है.
पुलिस ने पांचों को एक दिन के लिए रिमांड पर लिया था. पूछताछ के बाद सबको जेल वापस भेज दिया गया. गिरफ्तारी के वक्त पुलिस ने बताया था जेल में बंद फहीम और अनिल शर्मा के इशारे पर कोडरमा का यह गिरोह साबिर आलम और एक कोल व्यवसायी की हत्या करने आया था.
पुलिस शूटरों के गैंग के सरगना कमलेश के मोबाइल से राज खोलने के फिराक में थी. लेकिन कमलेश का मोबाइल खराब हो गया है. पुलिस मोबाइल बनवाने में लगी है. डीएसपी अमित कुमार, बैंक मोड़ इंस्पेक्टर प्रेमरंजन शर्मा व थाना प्रभारी रमेश कुमार शूटरों से रविवार को भी पूछताछ की.