धनबाद: भारत देश साधकों और साधना का है. यह वह देश है जो केवल एक शरीर नहीं, बल्कि इसमें परमात्मा का अंश आत्मा विराजमान है. कला के साधना में लगे संस्कार भारती सदस्य पंद्रह- पंद्रह दिनों में एक दो घंटे का समय निकालें. अपने पास पड़ोस और बस्तियों में जाकर प्रतिभाओं की खोज करें.
उनकी प्रतिभा को मंच उपलब्ध करायें. ये बातें संस्कार भारती के संस्थापक बाबा योगेंद्र ने कही. रविवार को हेडगेवार स्मृति भवन सभागार में संस्कार भारती द्वारा दीपावली मिलन उत्सव का आयोजन किया गया. उत्सव में संस्कार भारती के सदस्य, उनके परिवार एवं पदाधिकारी शामिल हुए. बाबा योगेंद्र को संस्कार भारती के धनबाद और कतरास इकाई द्वारा पुष्प गुच्छ देकर और शाल देकर सम्मानित किया गया. कार्यक्रम की शुरुआत भजन से हुई.
मौके पर गीत नृत्य एवं ठुमरी पेश किया गया. कलाकार इंद्रजीत चटर्जी, रूपा चटर्जी, कुषाण सेनगुप्ता, राजदीप चटर्जी, आलिशा कश्यप, सूरज दत्ता, वैशाली ने मोहक प्रस्तुति देकर समां बांधा. मौके पर संस्कार भारती के प्रांतीय संगठन मंत्री अशोक तिवारी, धनबाद ईकाई के अध्यक्ष इंद्रजीत प्रसाद सिंह, मंत्री कृष्ण कुमार, नीरज कुमार,मीडिया प्रभारी धीरज शर्मा, संगीत प्रमुख विजय बनर्जी उपस्थित थे. कार्यक्रम की संयोजिका सरवनी सिन्हा थीं.