धनबाद : कोल इंडिया प्रबंधन के साथ पांच यूनियनों की हुई वार्ता के बाद सीटू को छोड़कर बाकी यूनियनों ने सहमति पत्र पर हस्ताक्षर कर दिया. इसके साथ ही 18 से 20 सितंबर तक प्रस्तावित वर्क टू रूल स्थगित कर दिया गया है. सीटू के प्रतिनिधि डीडी रामनंदन ने सहमति पर हस्ताक्षर नहीं किया. वर्क टू रूल स्थगित करने के सवाल पर यूनियनों के बीच विवाद हो गया.
बैठक में शामिल एटक नेता व पूर्व सांसद आरसी सिंह ने कहा समझौते पर सीटू को छोड़ कर बाकी चार यूनियनों के प्रतिनिधियों ने हस्ताक्षर किया है. इसके बाद वर्क टू रूल स्थगित कर दिया गया है. सीटू असहमति नोट देगी. 19 को बोनस पर बैठक होगी और 25 या इससे पहले कोल मंत्री के साथ अन्य मांगों पर वार्ता होगी. सीटू नेता डीडी रामनंदन ने कहा वर्क टू रूल कब तक स्थगित करने को लेकर मेरा विरोध था.
हम स्थगन का समय सीमा तय करना चाहते थे. हम आगे के आंदोलन में एक साथ हैं. यह समझौता काफी अच्छा रहा. कोल इंडिया से संबंधित कई लंबित मुद्दे का हल निकला. भामसं नेता सुरेंद्र कुमार पांडेय ने कहा बाकी बच गये विषय पर मंत्री से वार्ता के लिए सकरात्मक वातावरण बना रहे, इस आलोक मे वर्क टू रूल का क्रियान्वयन नहीं किया जाएगा.
* अटकलों का बाजार गर्म
कोल कर्मियों के बोनस पर एटक ने 50 हजार की मांग रखी है. यूनियन सूत्रों की मानें तो इस वर्ष बोनस पिछले वर्ष की अपेक्षा तीन से पांच हजार अधिक मिलने का संभावना है. पिछले वर्ष 31 हजार पांच सौ मिला था. इस बार 35 हजार से 36 हजार पांच सौ मिलने की उम्मीद है. सूत्रों के मुताबिक बोनस तय करने में कोल इंडिया का उत्पादन, उत्पादकता और लाभांश को ध्यान मे रखा जाएगा.