धनबाद: निगम में अवैध नियुक्ति का मामला फिर गरमाने लगा है. उत्तरी छोटानागपुर के आयुक्त के सचिव ने नगर विकास विभाग के उप सचिव से निष्पक्ष जांच निगरानी से कराने का आग्रह किया है. धनबाद नगर निगम के सिंदरी अंचल में 1960-1970 के बीच काफी संख्या में कर्मियों की अवैध नियुक्ति तथा उनके शैक्षणिक प्रमाण पत्र के अवैध होने की शिकायत विभाग को मिली थी.
पूर्व में कई स्तरों पर जांच प्रारंभ हुई. परंतु इसका कोई फलाफल नहीं निकल सका. सात अधिकारी व 11 कर्मचारियों पर सिंदरी थाना में एफआइआर तक दर्ज की गयी. लंबे समय से जांच पर जांच चलती रही, लेकिन अब तक कोई ठोस निर्णय नहीं निकला है.
यहां तक कई कर्मचारी सेवानिवृत्त भी हो चुके हैं. तत्कालीन उपायुक्त ने भी नगर विकास से इसकी जांच निगरानी विभाग से कराने का अनुरोध किया था. सेवानिवृत्त बालेश्वर सिंह ने मामले को मुख्य मंत्री तक उठाया. श्री सिंह ने कहा है कि नगर निगम में व्याप्त भ्रष्टाचार, वित्तीय अनियमितता, गबन, ऑडिट रिपोर्ट के संधारण तथा कर्मियों की बहाली में हुई अनियमितता के संबंध में शिकायत की गयी थी. निगरानी जांच की अनुशंसा की गयी है. नगर निगम के अधिकारी भी आदेश को दबा देते हैं, जिसके कारण आगे कार्रवाई नहीं होती.