धनबाद: कम्युनिटी कॉलेज से अध्ययनरत स्टूडेंट्स को लेटेरल इंट्री का लाभ नहीं मिलेगा.
क्या है लेटेरल इंट्री : डिप्लोमा से डिग्री में नामांकन के लिए पृथक परीक्षा होती है. इसमें उत्तीर्ण होने वाले डिप्लोमा अभियंत्रण के छात्रों को सीधे डिग्री इंजीनियरिंग में प्रवेश मिलता है. प्रवेश पाने वाले छात्र के लिए समय की भी बचत होती है. इसका लाभ संयुक्त प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा के जरिये डिप्लोमा अभियंत्रण में प्रवेश पाने वाले स्टूडेंट्स ही ले सकते हैं.
कैसे होती है पहचान : कम्युनिटी कॉलेज के ब्रांच का नाम कुछ अलग सामान्य पॉलिटेक्निक कॉलेज के ब्रांच से हट कर होता है. कम्युनिटी कॉलेज में सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट तथा ऑटो मोबाइल इंजीनियरिंग की पढ़ाई होगी. कॉलेज से मिलने वाली डिग्री एआइसीटीइ के नेशनल वोकेशनल एजुकेशनल क्वालिटी फ्रेम वर्क के तहत मिलती है. मान्यता हर जगह है.
मुख्य रूप से वर्किग हैंड के लिए है यह कॉलेज : राज्य के विज्ञान एवं प्रौद्योगिक सचिव एके पांडेय ने बताया कि यह कॉलेज मुख्य रूप से वर्किग हैंड के लिए है, जो नौकरी में रहते हुए डिप्लोमा अभियंत्रण की पढ़ाई करके आगे निकलना चाहते हैं. इस कॉलेज की डिग्री की मान्यता हर जगह होगी, लेकिन एक मात्र लेटेरल इंट्री का ही लाभ नहीं मिलेगा.