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बाजार को भी है बोनस का इंतजार, कोल कर्मियों को मिलेगा 65 या 70 हजार ? आज नयी दिल्ली में होगा फैसला
धनबाद : लाखों कोलकर्मियों के साथ धनबाद के व्यवसायियों की निगाहें मंगलवार को नयी दिल्ली में होने वाली कोल इंडिया मानकीकरण समिति की बैठक पर टिकी है. इस बैठक में कोलकर्मियों को दुर्गा पूजा के अवसर पर मिलने वाली बोनस की राशि का फैसला होगा. इस वर्ष बोनस कितना मिलेगा इस पर यूनियन नेता कुछ […]
धनबाद : लाखों कोलकर्मियों के साथ धनबाद के व्यवसायियों की निगाहें मंगलवार को नयी दिल्ली में होने वाली कोल इंडिया मानकीकरण समिति की बैठक पर टिकी है. इस बैठक में कोलकर्मियों को दुर्गा पूजा के अवसर पर मिलने वाली बोनस की राशि का फैसला होगा. इस वर्ष बोनस कितना मिलेगा इस पर यूनियन नेता कुछ भी कहने से इंकार कर रहे हैं. कोयला मजदूरों को उम्मीद है कि बोनस के रूप में 65 हजार या 70 हजार मिल सकते हैं.
पिछले साल मिले थे 60500 रुपये : पिछले साल 2018 में 60500 रुपये बोनस का भुगतान कोलकर्मियों को हुआ था. इस बार तरह-तरह की चर्चाएं है, पर यूनियन नेता इस पर कुछ भी कहने से इंकार कर रहे हैं.
ऑल इंडिया कोल वर्कर्स फेडरेशन (सीटू) के महासचिव डीडी रामनंदन कहते हैं कि पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष कोल इंडिया को लाभ अधिक हुआ है.
उत्पादन बढ़ा है. कोयला मजदूर कम हुए हैं. इन सबके आधार पर बोनस तय होना चाहिए. कितना मिलेगा , इस बारे में अभी कुछ कहना ठीक नहीं. एटक अध्यक्ष रमेंद्र कुमार कहते हैं कि कोयला मजदूरों को बोनस अधिक से अधिक मिले , इसका प्रयास करेंगे.
अखिल भारतीय खदान मजदूर संघ ( बीएमएस ) के महामंत्री सुधीर घुरडे कहते हैं कि कोल इंडिया का लाभ बढ़ा, मजदूर कम हुए तो मजदूरों को पिछले वर्ष से अधिक बोनस मिलना चाहिए. ठेका मजदूरों को भी इस साल अच्छा बोनस मिलना चाहिए. क्योंकि उत्पादन में इनका भी योगदान है. एचएमएस नेता शिवकांत पांडेय कहते हैं कि कोयला कामगारों को बोनस अधिक से अधिक मिले, यह कोशिश होगी.
कोलकर्मियों में तरह-तरह की चर्चा
कोलियरियों का हाजिरी घर हो या चाय दुकान या वर्कशॉप, जहां भी दो चार कोल कर्मी एक साथ हुए नहीं कि बोनस की चर्चा शुरू हो जाती है. कोई कहता है कि पिछले साल 60500 मिला था, इस बार 65 हजार मिलेगा. कोई कहता है कि नहीं इस बार कोल इंडिया को पिछले साल की तुलना में इस बार ढाई गुना लाभ अधिक हुआ है इसलिए बोनस भी इसी हिसाब से मिलना चाहिए. कोई कहता कम से कम 70 हजार तो मिलना ही चाहिए. जबकि बीसीसीएल मुख्यालय के कर्मी कहते हैं कि 80 हजार बोनस मिलना चाहिए.
धनबाद : बाजार को भी है बोनस का इंतजार
जमाडा : कोषागार में भेजी गयी राशि
पूजा के पहले जमाडा कर्मियों के खाते में आयेगा वेतन
धनबाद : खनिज क्षेत्र विकास प्राधिकार (जमाडा) प्रबंधन ने अपने वादा के अनुरूप कर्मियों के बकाया वेतन भुगतान की पहल शुरू कर दी है. सोमवार को इस मद की राशि प्रबंधन ने कोषागार को भेज दी. भामसं यूनियन को प्रबंधन ने बताया है कि वेतन की दो माह की राशि मंगलवार को चली जायेगी. यह जानकारी भामसं यूनियन के महामंत्री प्रेमानंद तिवारी ने दी है. बताया कि कर्मियों को छठे पुनरीक्षित वेतन के आधार पर राशि भेजी गयी है. यह राशि सरकार के खाते से आयी बाजार फीस में जमाडा के हिस्से की है.
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