धनबाद: टेलीफोन रोड स्थित हाजरा नर्सिग होम में इलाज के दौरान चार माह की गर्भवती महिला सरिता देवी (29) की मौत हो गयी. परिजनों ने चिकित्सक पर लापरवाही का आरोप लगा कर काफी हो-हंगामा किया.
बैंक मोड़ पुलिस के आने के बाद लोग शांत हुए. परिजनों ने चिकित्सक के खिलाफ शिकायत की है. बताया जाता है कि गया (बिहार) के मुरारपुर रोड निवासी सह व्यापारी नवीन गुप्ता की पत्नी सरिता देवी का डेढ़ वर्षों से हाजरा नर्सिग होम में इलाज चल रहा था. महिला लंबे समय से गर्भवती नहीं हो पा रही थी. पांच माह पहले महिला को टय़ूब लगाया गया था. हर माह महिला को जांच के लिए नर्सिग होम आना पड़ता था. सोमवार को गया-धनबाद इंटरसिटी से महिला धनबाद आयी. उसके साथ पति भी आये.
ओटी में खराब हुई स्थिति : परिजनों ने बताया कि दोपहर बारह बजे टय़ूब बदलने के लिए चिकित्सक सरिता को ऑपरेशन थियेटर में ले गये. वहां कुछ देर बाद ही उसकी स्थिति खराब हो गयी. महिला को उल्टियां आने लगी. इसके बाद उसने ओटी में ही दम तोड़ दिया. लेकिन चिकित्सक ने कुछ नहीं बताया. ओटी से निकलने के बाद चिकित्सक ने कहा कि जल्दी से निकट के नर्सिग होम ले जाइये. वहां ले जाने के बाद चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया. इसके बाद परिजन महिला को वापस हाजरा नर्सिग होम ले आये और हंगामा करने लगे.
लापरवाही का मामला नहीं : डॉ विकास
इलाज कर रहे डॉ विकास हाजरा ने कहा कि सरिता देवी के साथ भाई-बहन की तरह रिश्ते थे. दो दिन पहले भी वह मेरे पास आयी थी. आज भी पहुंची थी. सरिता की मौत कार्डियक अटैक से हुई होगी. उसे अचानक उल्टियां आने लगी. उल्टी सांस की नली में रुक गयी होगी जो मौत का कारण बनी. इसे मैंडल सोरिस्ट सिंड्रोम कहते हैं. उन्होंने बताया कि सरिता की मौत पर मुङो भी काफी दु:ख है. उन्होंने किसी तरह की लापरवाही से इनकार किया.