धनबाद: राज्य के पशुपालन, मत्स्य एवं आपदा प्रबंधन मंत्री मन्नान मल्लिक ने कहा है कि पिछड़ा क्षेत्र विकास अनुदान योजना (बीआरजीएफ) के तहत ली जाने वाली योजनाओं का क्रियान्वयन समय से पूरा करायें.
अनावश्यक विलंब से लागत राशि बढ़ती है. शनिवार को समाहरणालय में जिला योजना समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए मंत्री ने कहा कि योजनाएं समय से पूर्ण हों तो लोगों को इसका लाभ मिलता है. क्षेत्र का विकास होता है. विलंब होने से तकनीकी समस्याएं भी उत्पन्न होती है. योजनाओं के विलंब से पूर्ण होने के मामले को ले कर अलग से समीक्षा बैठक बुलायी जायेगी. नगर निगम की समस्याओं एवं योजनाओं के क्रियान्वयन को ले कर भी अलग से समीक्षा होगी. आज की बैठक में चालू वित्तीय वर्ष 2014-15 के लिए बीआरजीएफ की 875 योजनाओं को मंजूरी दी गयी. इन योजनाओं की लागत 28 करोड़ 87 लाख रुपया है.
नियमित मॉनीटरिंग की जा रही : उपायुक्त प्रशांत कुमार ने कहा कि बीआरजीएफ योजनाओं की लगातार मॉनीटरिंग की जा रही है. जिला योजना समिति की सभी छह उप समितियों की बैठक भी जल्द बुलायी जायेगी. उप विकास आयुक्त चंद्र किशोर मंडल ने बताया कि बीआरजीएफ में वित्तीय वर्ष 2013-14 की बची हुई राशि को आवंटित कराने के लिए औपचारिकताएं पूरी कर ली गयी हैं.
कौन-कौन थे मौजूद : बैठक में गिरिडीह के सांसद रवींद्र कुमार पांडेय, विधायक फूलचंद मंडल, मथुरा प्रसाद महतो, अरूप चटर्जी के अलावा जिला योजना समिति के कई सदस्य एवं अधिकारी मौजूद थे.