धनबाद: धनबाद रेल थाना में बगैर आदेश के घुसने, हाजत व मालखाना समेत अन्य कमरों का सर्च करने और अपराधियों को पकड़ कर पैसा लेकर छोड़ने का आरोप लगाते हुए वरदी उतरवाने की धमकी देने के मामले में रेल डीएसपी एके बाख्ला ने रविवार को धनबाद पुलिस के खिलाफ जांच की.
धनबाद रेल अंचल निरीक्षक रतन कुमार ने भी बैंक मोड़ थाना जाकर गिरफ्तार कमलेश कुमार सिंह, चंद्रशेखर शर्मा, रौशन कुमार पांडेय, प्रिंस कुमार सिंह व अजीत कुमार (सभी कोडरमा निवासी) से पूछताछ की. सभी ने कहा कि कोई भी धनबाद स्टेशन पर नहीं पकड़ा गया था और न ही रेल पुलिस को पैसा देकर वहां से छूटे हैं. ट्रेन से उतरने के बाद वे लोग स्टेशन से बाहर निकल गये.
क्या है मामला : रेल पुलिस के अनुसार शनिवार की देर रात धनबाद पुलिस की टीम शूटरों की तलाश में शहर में अभियान चला रही थी. ये वही शूटर हैं जिन्हें बाद में पकड़ लिया गया. पुलिस के अनुसार वे लोग जेल में बंद अनिल शर्मा और फहीम खान के कहने पर साबिर आलम और एक कोल व्यवसायी की हत्या करने आये थे. धनबाद पुलिस के हत्थे चढ़ने के पहले किसी ने धनबाद पुलिस को फोन पर सूचना दी कि जीआरपी ने एक शूटर को पकड़ लिया है. बाकी छुड़ाने के लिए पैसे दे रहे हैं.
फिर पुलिस टीम जीआरपी पहुंची, लेकिन वहां कोई शूटर नहीं था. पुलिस टीम ने रेल थाना में तलाशी ली और ओडी पदाधिकारी व पुलिस को कहने लगी कि शूटर को पकड़ कर पैसा लेकर छोड़ दिया है. थानेदार को बुलाओ, वरदी उतरवा देंगे. टीम में एक इंस्पेक्टर व तीन थानेदार समेत अन्य पुलिसकर्मी थे. फिर टीम चली गयी. रेल थानेदार एके वर्मा को जानकारी दी गयी. इसकी शिकायत रेल एसपी प्रशांत कुमार कर्ण से की गयी.
एसआरपी के निर्देश पर रेल डीएसपी एके बाख्ला ने जांच की. जांच रिपोर्ट एसआरपी को सौंपी जायेगी. फिर एसआरपी पूरी रिपोर्ट जिला के एसपी एटी मैथ्यू को सौपेंगे. एसआरपी ने कहा कि अपराधियों के धनबाद स्टेशन पर पकड़ाने व पैसे लेकर छोड़ने के मामले की जांच की जा रही है.