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सड़ रहीं कुर्सियां, दिव्यांग बैठ रहे फर्श पर
धनबाद : दिव्यांगों को सरकार विशेष सेवा प्रदान करने की घोषणा करती है. लेकिन अधिकारियों की उदासीनता से उन्हें परेशानी हो रही है. सिविल सर्जन कार्यालय में मेडिकल बोर्ड के लिए आये दिव्यांगों में कई को गुरुवार को चार घंटे फर्श पर ही बैठना पड़ा. जबकि लगभग 1.20 लाख की कुर्सियां बरामदे में सड़ रही […]
धनबाद : दिव्यांगों को सरकार विशेष सेवा प्रदान करने की घोषणा करती है. लेकिन अधिकारियों की उदासीनता से उन्हें परेशानी हो रही है. सिविल सर्जन कार्यालय में मेडिकल बोर्ड के लिए आये दिव्यांगों में कई को गुरुवार को चार घंटे फर्श पर ही बैठना पड़ा. जबकि लगभग 1.20 लाख की कुर्सियां बरामदे में सड़ रही है. कुर्सियों में हल्की-फुल्की टूटी हैं. लेकिन इनकी मरम्मत संबंधित एजेंसी नहीं कर रही है. इधर, सीएस का कहना है कि जल्द कुर्सियों की मरम्मत करायी जायेगी.
एजेंसी को करनी है मरम्मत : पिछले वर्ष विभाग की ओर से दस कुर्सियों का सेट खरीदा गया था. एक सेट की कीमत लगभग 40 हजार रुपये है. क्रय के दौरान संबंधित एजेंसी को आगे इसकी मरम्मत भी करनी थी. लेकिन कुर्सियों में नट-बोल्ट की हल्की खराबी के बाद भी इसे बदला नहीं गया. लिहाजा जो कुर्सियां मामूली रूप से खराब थीं, उन्हें भी उठाकर बरामदे में फेंक दिया गया. कुर्सियां अब यहां पड़ी जंग खा रही हैं.
दस की जगह एक बजे आये चिकित्सक : गुरुवार को हड्डी रोग से संबंधित मेडिकल बोर्ड होना था. सुबह नौ बजे ही दिव्यांग परिजनों के साथ सिविल सर्जन कार्यालय पहुंच गये. लेकिन तब तक चिकित्सक नहीं पहुंचे थे. धीरे-धीरे दूर-दराज से आये लोगों की संख्या बढ़ने लगी. कुसियां नहीं मिलने के कारण लोग सीएस कार्यालय के फर्श पर ही बैठ गये. लेट होता देख कई लोग सो गये. दोपहर 1.13 बजे के आसपास चिकित्सक पहुंचे. शाम पांच बजे तक मोडिकल होता रहा. ज्ञात हो कि स्वास्थ्य विभाग के पास कोई हड्डी रोग चिकित्सक नहीं हैं, ऐसे में पीएमसीएच से चिकित्सक को बुलाना पड़ता है.
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