चालक ने लगाया आरोप दो कोयला व्यापारी हिरासत में
बरवाअड्डा : बरवाअड्डा थाना क्षेत्र अंतर्गत शिव मंदिर बरवाअड्डा के समीप मंगलवार की दोपहर निजी चालक रंजीत कुमार साव की भरदम पिटाई की गयी. रंजीत की गर्दन में कई जगह चोट के निशान है. सूचना पर बरवाअड्डा पुलिस ने स्वीफ्ट कार समेत कोल व्यवसायी संजय जायसवाल एवं प्रदीप चौहान को पकड़ लिया है. दोनों से पूछताछ की जा रही है. इस संबंध में फुफवाडीह निवासी रंजीत कुमार साव ने थाना में संजय जायसवाल समेत अन्य पर अपहरण का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की है.
बेल्ट से गला दबा कर जान मारने का प्रयास : थाना में दिये आवेदन में रंजीत साव ने कहा है कि वह प्राइवेट चालक है. धनबाद जाने के क्रम में शिव मंदिर के समीप संजय जायसवाल स्वीफ्ट कार संख्या जेएच 10 टी 1122 में सवार होकर अपने चार–पांच साथियों के साथ आ धमके और उसे घेर कर लिया. फिर जबरन उठाकर कार में बैठा लिया और मारते–पीटते हुए पॉलिटेक्निक रोड़ की ओर झाडि़यों में ले गये. वहां उसे संजय जायसवाल (निवासी बेकारबांध–झाडुडीह), प्रदीप चौहान भूली, भीम यादव भूली, एवं दो अन्य लोगों ने मिलकर भरदम पिटाई की और बेल्ट से गला दबाकर जान मारने का प्रयास किया. फिर हल्ला करने पर लोगों को आता देख कार में लाद कर जीटी रोड़ ले आये.
बरवाअड्डा पुलिस ने जीटी रोड़ अपना ढाबा के समीप कार को पकड़ा और उसकी जान बचायी. इस दौरान अपहर्ताओं ने उसका मोबाइल, लाइसेंस, एटीएम कार्ड एवं पॉकेट में रखे दो हजार रूपये भी निकाल लिये. वहीं संजय जायसवाल ने भी थाना में आवेदन देकर रंजीत साव पर मारपीट व गाली–गलौज करने का आरोप लगाया है. समाचार लिखे जाने तक मामला दर्ज नहीं हुआ था.
क्या है मामला : संजय जायसवाल परिजनों के साथ पिछले दिनों दो गाडि़यों में सवार होकर देवघर, बासुकीनाथ होते हुए तारापीठ गये थे. श्री जायसवाल रंजीत साव को बतौर चालक ले गये थे. रंजीत स्वीफ्ट डिजायर चला रहा था. वहीं एक अन्य चालक इनोवा चला रहा था. दोनों गाड़ियों में श्री जायसवाल के परिजन भी सवार थे. लौटने के क्रम पानागढ़ के समीप रंजीत ने आगे चल रहे इनोवा में गाड़ी सटा दी. इससे कार में खरोंच आ गयी. रंजीत के अनुसार इससे संजय जायसवाल आग बगूला हो गये और मुझे मारने पीटने लगे. मारपीट कर पानागढ़ में ही गाड़ी से उतार दिया. मारपीट में उसके कान का पर्दा भी फट गया. मैं किसी तरह अपना घर फुफवाडीह–बरवाअड्डा पहुंचा. इसी घटना को लेकर आज की घटना घटी है.
डीएसपी मेरा दामाद है, मेरा कुछ नहीं होगा
हिरासत में लेने से संजय जायसवाल का गुस्सा सातवें आसमान पर था. थाना में पुलिसकर्मियों को धमकी देने लगे कि मेरा दामाद डीएसपी है. मेरा कुछ नहीं बिगाड़ सकते हैं. इस दौरान श्री जायसवाल मोबाइल पर अपने कथित डीएसपी दामाद का फोटो भी दिखा रहे थे. पुलिसकर्मियों ने श्री जायसवाल को समझाते हुए कहा कि शांत रहिए. जांच के बाद ही कार्रवाई होगी. इस दौरान दोनों पक्षों के दर्जनों लोग थाना में पैरवी के लिए पहुंचे. पुलिस ने सभी को थाना से बाहर रहने कहा. इस संबंध में डीएसपी मुकेश कुमार महतो ने कहा कि जांच चल रही है. जांच के बाद कार्रवाई होगी.