धनबाद: रवींद्रनाथ टैगोर ने जीवन में एक छाप छोड़ा है, जिसकी बदौलत उन्हें नोबेल पुरस्कार मिला. वह मानव कल्याण के लिए सदैव तत्पर रहे. उनकी रचनाएं मानव समाज के उत्थान में सहायक हैं.
उक्त बातें प्रधान जिला व सत्र न्यायाधीश अंबुज नाथ ने शुक्रवार को बार परिसर के एससी बनर्जी हाल में आयोजित रवींद्र नाथ टैगोर की जयंती समारोह में बतौर मुख्य अतिथि कही. समारोह की अध्यक्षता बार अध्यक्ष कंसारी मंडल ने की. मंच संचालन पीके भट्टाचार्या ने किया. अपर जिला व सत्र न्यायाधीश प्रथम पीके उपाध्याय, डीके मिश्र, राजदेव यादव ने उनके जीवन काल पर प्रकाश डाला. मौके पर एडीजे द्वितीय पीके सिन्हा, तृतीय अशोक कुमार पाठक, चतुर्थ विजय कुमार शर्मा, छह राम शर्मा, सप्तम निकेश कुमार सिन्हा, एसीजेएम डीके पाठक, निबंधक धनंजय कुमार जबकि बार की ओर से एसएन मुखर्जी, मानसी मुखर्जी, सपन कुमार मुखर्जी, सीएस प्रसाद, सहदेव महतो, भागीरथ राय, एससी मल्लिक, देवीशरण सिन्हा, एसपी सिंह, अमित कुमार सिंह, एमके राकेश, केके तिवारी, तुलसी प्रसाद मंडल, अशोक कुमार मंडल, सुबोध कुमार, पंकज कुमार गुप्ता, वीरेंद्र कुमार रजक, मुकुल तिवारी आदि थे.
साउथ प्वाइंट कॉन्वेंट
हाउसिंग कॉलोनी स्थित साउथ प्वाइंट कॉन्वेंट स्कूल में तृणमूल कांग्रेस कमेटी ने कवि गुरु की जयंती मनायी. इस अवसर पर गीतांजलि पुस्तक की कविताओं का पाठ किया गया. मौके पर टीएमसी नेता आरएन चौबे, अधिवक्ता एनजी अरुण, अनिल पांडेय, अरविंदर कौर, मंजू पाठक, संध्या कुमारी, सुनीता पांडेय, राकेश कुमार, राजीव रंजन लाल आदि मौजूद थे.