धनबाद : केबल टीवी नेटवर्क के नाम पर लूट मची है. मल्टी सर्विस ऑपरेटर (एमएसओ) 65 रुपया प्रति कनेक्शन केबल ऑपरेटर से लेते हैं, जबकि केबल ऑपरेटर सब्सक्राइबर से 160 से लेकर 200 रुपया महीना तक वसूलते हैं. इतना ही नहीं बिना किसी सूचना के अब पसंदीदा सेटेलाइट चैनल बंद कर उपभोक्ताओं से और रकम वसूलने की तैयारी चल रही है. उपभोक्ताओं से कहा जा रहा है कि ऊपर से लिंक बंद कर दिया गया है. जब तक अतिरिक्त पैसा नहीं देंगे चैनल शुरू नहीं होगा.
लिहाजा कुछ-कुछ क्षेत्रों में उपभोक्ता पसंदीदा चैनल के लिए केबल ऑपरेटरों को अधिक पैसा देने भी लगे हैं. बताते चलें कि जिले में केबल चैनल के लगभग ढाई लाख उपभोक्ता हैं और लगभग आठ सौ केबल ऑपरेटर रजिस्टर्ड हैं. इसके अलावा सैकड़ों अन रजिस्टर्ड केबल ऑपरेटर हैं. विदित हो कि ब्रॉडकॉस्टर (चैनल कंपनी) मल्टी सर्विस ऑपरेटर (एमएसओ) को चैनल का लिंक देते हैं और एमएसओ केबल ऑपरेटर को. इसके बाद हमारे टीवी स्क्रीन पर कार्यक्रम आते हैं.
एक महीने से बंद है स्टार व जी चैनल : अलग-अलग क्षेत्रों में स्टार व जी चैनल पिछले एक महीने से बंद है. सिटी केबल व डेन के उपभोक्ताओं को इससे परेशानी उठानी पड़ रही है. एमएसओ (मल्टी सर्विस ऑपरेटर) व ब्रॉडकॉस्टर के बीच के विवाद में उपभोक्ता पिस रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक ब्रॉडकॉस्टर पे चैनल के लिए एमएसओ से मोटी रकम मांग रहे हैं. एमएसओ उतनी रकम देने को तैयार नहीं हैं. लिहाजा ब्रॉडकॉस्टर अलाकाटा सिस्टम के तहत प्रति चैनल शुल्क वसूलने की तैयारी चल रही है.
1400 रुपये खर्च करें और जीवन भर 80 चैनल का लुत्फ उठायें : डीडी डॉयरेक्ट डिस भी बाजार में उपलब्ध है. 14 सौ रुपया में यह डिस आता है. एक बार डिस लगाने के बाद रिचार्ज करने का कोई झंझट नहीं होता है. दूरदर्शन के अलावा 80 चैनल का लुत्फ उठा सकते हैं.
केबल चैनल का विकल्प है पे-चैनल : केबल चैनल का विकल्प है पे-चैनल. बाजार में टाटा स्काई, वीडियो कॉन, डिस टीवी व एयरटेल जैसी कंपनियों का डिस उपलब्ध है. कुछ कंपनियां सभी चैनलों के लिए 28 दिनों का 590 रुपये का पैकेज देती है. 99 रुपये से लेकर 590 रुपये तक रिचार्ज कूपन है.
पसंदीदा चैनल के लिए अालाकाटा सिस्टम लें : उपभोक्ताओं को पसंदीदा चैनल के लिए अतिरिक्त शुल्क चुकाना पड़ेगा. अपने मनपसंद चैनल के लिए उपभोक्ता को अालाकाटा सिस्टम लेना होगा. आलाकाटा सिस्टम का मतलब आप जो चैनल देखेंगे उसका ही पैसा लगेगा. आलाकाटा सिस्टम को लेने के लिए आपको अपने केबल ऑपरेटर से संपर्क करना होगा.
केबल नेटवर्क पर नहीं प्रशासन की नजर, की जा रही है मनमानी
65 रुपया कनेक्शन शुल्क और केबल ऑपरेटर उपभोक्ताओं से वसूलते हैं 160 से 200 रुपये
जिले में ढाई लाख से अधिक हैं केबल के उपभोक्ता
धनबाद जिले में 800 से अधिक केबल ऑपरेटर हैं रजिस्टर्ड
धनबाद में सालाना 50 करोड़ का कारोबार
धनबाद में केबल चैनल का सालाना 50 करोड़ का कारोबार है. धनबाद में लगभग ढाई लाख केबल चैनल के उपभोक्ता हैं. इसके अलावा हजारों उपभोक्ता पे चैनल भी लिये हुए हैं. केबल चैनल के उपभोक्ताओं से 160 से लेकर 200 रुपया मासिक शुल्क लिया जाता है. पे चैनल में 590 रुपये तक का रिचार्ज माह में होता है.
डेन का एक-दो चैनल ही हुआ है बंद
लोकल केबल ऑपरेटर से प्रति कनेक्शन 65 रुपया प्रतिमाह शुल्क लिया जाता है. डेन का एक-दो चैनल ही बंद हुआ है. अालाकार्ड के तहत उपभोक्ता अतिरिक्त शुल्क देकर मनपसंद चैनल का लुत्फ उठा सकते हैं.
विपुल कुमार, डेन
शिकायत पर होगी कार्रवाई
चैनल बंद होने संबंधी कोई जानकारी नहीं है. मन पसंदीदा चैनल के लिए मनमानी कीमत वसूलने की शिकायत नहीं मिली है. अगर शिकायत मिलती है तो निश्चित रूप से केबल ऑपरेटर पर कार्रवाई होगी.
रश्मि सिन्हा, डीपीआरओ