धनबाद : दुनिया से विदा हो जाने के बाद भी किसी की आंखों को रोशनी देने का सपना इन दिनों नहीं पूरा हो रहा है. यह सब हो रहा है किसी जरूरतमंद के नहीं आने से. पीएमसीएच के आइ बैंक में तीन दिनों से दो काॅर्निया पड़ा है. आइ बैंक के चिकित्सक लगभग एक दर्जन जरूरतमंद लोगों से आइ ट्रांसप्लांट की बात कह चुके हैं, लेकिन कोई नहीं आ रहा है.
दस दिनों के बाद यह काॅर्निया भी खराब हो जायेगा. अब तक सबसे ज्यादा नेत्र दान करवा चुके बंगाली वेलफेयर के सदस्यों को भी चिकित्सकों ने इसकी जानकारी दी है. सोसाइटी के सदस्य अब अपने स्तर से भी ऐसे जरूरतमंद को खोज रहे हैं, जो अंधेपन के शिकार हैं. पीएमसीएच के आइ बैंक में काॅर्निया को प्रिजर्व करने की क्षमता 14 दिनों तक की है.
14 दिनों के अंदर यदि यह काॅर्निया किसी को नहीं लगा, तो यह खराब हो जायेगा. इससे पूर्व भी पीएमसीएच में एक काॅर्निया खराब हो गया था. आइ बैंक के प्रभारी डॉ आरके सिन्हा कहते हैं कि हमारे यहां 50 के आसपास ऐसे लोगों का नंबर व पता है, जिन्हें नेत्र की दरकार है. लेकिन अधिकांश लोग आने की बात कह कर नहीं आ रहे हैं.