धनबाद: 10 मई को होने वाले आइएसएम के 36 वें दीक्षांत समारोह की तैयारी जोरशोर से चल रही है. मुख्य अतिथि राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी होंगे. राष्ट्रपति को डॉक्टरेट की उपाधि देने संबंधी संस्थान के प्रस्ताव पर राष्ट्रपति भवन से यह डायरेक्शन प्राप्त हुआ है कि राष्ट्रपति विजिटर हैं. ऐसे में उन्हें किसी प्रकार की उपाधि नहीं दी जा सकती. डायस पर अन्य अतिथियों की तरह ही राष्ट्रपति के लिए भी व्यवस्था रहेगी यानी राष्ट्रपति के लिए कोई अलग से कोई व्यवस्था नहीं दिखनी चाहिए. यह जानकारी कुल सचिव कर्नल (रिटायर्ड) एमके सिंह ने दी.
8-9 को ट्रायल रिहर्सल : आठ मई तक तैयारी पूरी हो जायेगी. ऐसे में 8-9 मई को ट्रायल रिहर्सल होगी. इसमें राष्ट्रपति के बरवाअड्डा से कार्यक्रम स्थल तक पहुंचने तक की गतिविधि संचालित होगी, ताकि समारोह के दिन कहीं कोई चूक न रहे.
प्रशासन ने मांगा ले आउट : कार्यक्रम स्थल पर बैठने की व्यवस्था कैसे रहेगी इसका अध्ययन के लिए जिला प्रशासन ने आइएसएम से कार्यक्रम स्थल का ले आउट मांगा है, ताकि कोई कमी समय रहते पूरी की जा सके.
डैस पर रहने वाले संभावित अतिथि : राष्ट्रपति के अलावा कुलाधिपति डॉ. सैयद अहमद, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, शिक्षा मंत्री गीता श्री उरांव, चेयरमैन पीके लाहिड़ी, निदेशक डीसी पाणिग्रही आदि के अलावा मुख्य सचिव, डीजीपी, राज्य व जिला प्रशासन के तमाम आला अधिकारी ड्यूटी पर मौजूद रहेंगे.
बन रहा भव्य पंडाल : कार्यक्रम स्थल लोअर ग्राउंड पर पंडाल निर्माण कार्य चल रहा है. सात मई को पंडाल तैयार कर संस्थान प्रबंधन को हैंड ओवर कर देना है. स्टील पाइप पर बन रहा है पंडाल तमाम संभव सुविधा लैस होगा. राष्ट्रपति की कार लोअर ग्राउंड में कार्यक्रम स्थल तक पहुंचाने की भी तैयारी चल रही है.
वाहन नहीं लायेंगे संस्थान कर्मी : आइएसएम प्रबंधन ने फैसला लिया है कि कार्यक्रम वाले दिन संस्थान का कोई भी सदस्य चाहे वह अधिकारी हो, फैकल्टी हो बिना वाहन के पैदल आ कर समारोह में शिरकत करेंगे.
मुख्य मार्ग बंद होगा : कार्यक्रम के दिन मेन गेट से होकर संस्थान को जाने वाला सीधा मार्ग से आम आवागमन नहीं होगा. आम जन को वैकल्पिक मार्ग से होकर जाना पड़ेगा.
सुरक्षा को लेकर अभी से कैंप : कार्यक्रम में तैयारी के दौरान ही संस्थान परिसर में सुरक्षा को लेकर पुलिस बल तैनात कर दिया गया है. जबकि बिजली, अग्निशमन विभाग सहित आवश्यक सेवा के लिए विभागीय अधिकारी कैंपस में निरीक्षण कार्य में लग गये हैं.
प्रवेश पत्र पर ही होगी इंट्री : कार्यक्रम स्थल पर जिला प्रशासन की ओर से जारी प्रवेश पत्र के बिना प्रवेश की इजाजत किसी को नहीं होगी. डिग्री पाने वाले ग्यारह सौ स्टूडेंट्स में लगभग 800 या उससे कुछ अधिक के शामिल होने की संभावना है. उनके अलावा अन्य वीआइपी तथा मीडिया के लिए पंडाल में बैठने की व्यवस्था रहेगी.
कैमरा व मोबाइल पर प्रतिबंध : कार्यक्रम स्थल पर कैमरा, मोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक्स उपकरण, थैला आदि ले जाने की इजाजत नहीं होगी. साथ ही मीडिया कर्मी अपने गैलरी में काम कर सकेंगे. कार्यक्रम के लिए संस्थान की ओर से लाइव टेलीकास्ट की व्यवस्था की गयी है.
सड़क मरम्मत : संस्थान परिसर में सड़क की मरम्मत व ब्रेकर हटाने का काम जहां आइएसएम प्रबंधन करा रहा है, वहीं पथ निर्माण विभाग मार्ग को दुरुस्त करने में जुट गया है. सात मई से पहले बरवाअड्डा से लेकर आइएसएम तक की सड़क बिना किसी ब्रेकर के बिल्कुल दुरुस्त हो जानी चाहिए.
सीएम व शिक्षा मंत्री के भी आने की संभावना
दीक्षांत समारोह के अतिथियों में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन तथा शिक्षामंत्री गीताश्री उरांव की भी उपस्थित की संभावना है. इनके नामों का प्रस्ताव स्वीकृति के लिए राष्ट्रपति भवन भेजा गया है. कार्यक्रम को लेकर जिला प्रशासन व संस्थान प्रबंधन रेस है. राज्य मुख्यालय से भी तैयारी की लगातार मॉनीटरिंग हो रही है.