धनबाद : झारखंड में जनमुद्दों पर जन संघर्षों को तेज कर राज्य में एक जनपक्षीय राजनीतिक विकल्प खड़ा करने के संकल्प के साथ गुरुवार को सीपीएम का छठा राज्य सम्मेलन धनबाद में संपन्न हो गया. वहीं गोपीकांत बक्शी एक बार फिर राज्य सचिव चुने गये. साथ ही, 35 सदस्यीय राज्य कमेटी और 13 सदस्यीय सचिव मंडल का भी चुनाव किया गया.
सम्मेलन के समापन सत्र को संबोधित करते हुए पार्टी के पोलित ब्यूरो सदस्य वृंदा करात ने प्रतिनिधियों को आह्वान करते हुए कहा कि राज्य में राजनीतिक संतुलन को मेहनतकशों के पक्ष में करने के लिए जन संघर्ष करें. तभी पार्टी का जनाधार बढ़ेगा और झारखंड में सीपीएम एक प्रभावी राजनीतिक शक्ति के रूप में स्थापित हो सकती है.
उन्होंने कहा कि झारखंड में बढ़ती बेरोजगारी ने विकराल रूप धारण कर लिया है. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक बेरोजगारों की संख्या 27.6 प्रतिशत बढ़ी है. बेरोजगारी की मजबूरी का फायदा उठाते हुए रघुवर सरकार तमाम कानूनों को ताक पर रख कर कॉरपोरेट घरानों को सस्ते मजदूर मुहैया करा रही है. एसके बक्शी ने धन्यवाद करते हुए कहा कि हम काम के अधिकार को मौलिक अधिकार के रूप में हासिल करना चाहते हैं.