धनबाद: कॉलेज शिक्षकों के लिए एक खुश खबरी है. पीएचडी नहीं होने से जिन शिक्षकों का वर्षो से इंक्रीमेंट का एरियर बकाया है, उसका भुगतान शीघ्र होगा. इस आशय पर बुधवार को रांची में निदेशक, उच्च शिक्षा ने राज्य के तमाम कुल सचिवों के साथ बैठक की. इस बात की समीक्षा की गयी कि एरियर के भुगतान से सरकार के ऊपर कितना भार पड़ेगा. बैठक में विभावि के कुल सचिव डॉ एसपी सिन्हा भी मौजूद थे.
क्यों लेना पड़ा निर्णय : हाई कोर्ट द्वारा पिछले दिनों जारी आदेश के आलोक में कई शिक्षकों को संबंधित बकाया का भुगतान करना पड़ा है. सरकार को आशंका है कि कोर्ट के उक्त आदेश के आधार पर आये दिन ऐसे मामले सामने आयेंगे, उससे पहले सरकार स्वयं फैसला लेकर इस पर कार्यान्वयन शुरू करना चाहती है. इस मामले में कॉलेज शिक्षकों का 2006 -2013 तक का एरियर का भुगतान बकाया है. इस मद में प्रति शिक्षक दस से बारह लाख रुपये का भुगतान होगा. धनबाद के सात अंगीभूत कॉलेजों में भी बड़ी संख्या में ऐसे शिक्षक हैं, जिन्हें इसका लाभ मिलेगा.
विभावि में कितनी राशि का होगा भुगतान : विभावि अंतर्गत पड़ने वाले तमाम अंगीभूत कॉलेज के शिक्षकों को इसके तहत एक करोड़ 82 लाख रुपये का भुगतान किया जायेगा. भुगतान इसी नये वित्तीय सत्र में ही होना है.