धनबाद : जोड़ाफाटक-धनसार के बीच रेलवे की जमीन पर नगर निगम द्वारा पार्क बनाने के खिलाफ मुहिम तेज हो गयी है. विभिन्न स्तरों पर झुग्गी-झोपड़ी में रहने वालों को बेघर करने का विरोध तेज हो गया है. मंगलवार को विधायक राज सिन्हा ने नगर आयुक्त राजीव रंजन से मिल कर इस मुद्दे पर विरोध जताया. […]
धनबाद : जोड़ाफाटक-धनसार के बीच रेलवे की जमीन पर नगर निगम द्वारा पार्क बनाने के खिलाफ मुहिम तेज हो गयी है. विभिन्न स्तरों पर झुग्गी-झोपड़ी में रहने वालों को बेघर करने का विरोध तेज हो गया है. मंगलवार को विधायक राज सिन्हा ने नगर आयुक्त राजीव रंजन से मिल कर इस मुद्दे पर विरोध जताया. कहा कि रेलवे की जमीन पर नगर निगम का पार्क बनाना गलत है. इस जमीन पर मालिकाना हक रेलवे का ही रहेगा. ठंड के इस मौसम में 12 सौ परिवारों को बेघर करने नहीं देंगे.
हर स्तर पर विरोध होगा. कहा कि करकेंद में मोदी पार्क के लिए राज्य सरकार ने एक करोड़ रुपया दिया था. लेकिन, आज तक पार्क का काम नहीं हुआ. नगर आयुक्त ने कहा कि इसका निर्णय उनके धनबाद नगर निगम में प्रभार लेने से पहले का है. इस मामले को देखेंगे. कहा कि निगम की ओर से किसी को जमीन खाली करने का नोटिस नहीं दिया गया है.
विधायक से मिला प्रतिनिधिमंडल : इससे पहले प्रभावित क्षेत्र के लोगों का प्रतिनिधिमंडल भाजपा बैंक मोड़ मंडल उपाध्यक्ष सोनू सिंह के नेतृत्व में विधायक राज सिन्हा से मिला. नागरिकों ने कहा कि वे लोग वहां 50 वर्ष से भी अधिक समय से रह रहे हैं. निगम को होल्डिंग टैक्स भी दे रहे हैं. रेल प्रशासन परेशान कर रहा है. विधायक ने कहा कि बिना वैकल्पिक व्यवस्था के किसी को उजाड़ने नहीं देंगे. प्रतिनिधिमंडल में सन्नी कुमार, संजय गोस्वामी, शंकर तिवारी, संतोष यादव, संटू यादव, वसंत तिवारी, राहुल कुमार आदि शामिल थे.
कहीं भूमिहीनों को जमीन, कही बेघर किये जा रहे लोग : सामाजिक कार्यकर्ता अनिल पांडेय के नेतृत्व में बुद्धिजीवियों का प्रतिनिधिमंडल प्रभावित क्षेत्र पहुंच कर लोगों का दर्द सुना. बुद्धिजीवियों ने कहा कि एक ओर रघुवर सरकार भूमिहीनों में जमीन बांटने का एलान कर रही है. वहीं नगर निगम व रेलवे पार्क बनाने के लिए को बेघर करने में जुटा है.