धनबाद : झारखंड बिजली बोर्ड के नये जीएम सुभाष कुमार सिंह ने लिपिकों द्वारा बिजली बिल के 28 लाख रुपये रख लेने के मामले का फिर से जांच कराने का आदेश धनबाद और चास के अधीक्षण अभियंता को दिया है.
उन्होंने दोनों से एक सप्ताह के अंदर रिपोर्ट सौंपने को कहा है. श्री सिंह ने प्रभात खबर को बताया कि सरकारी राजस्व किसी भी कर्मचारी द्वारा रख लिये जाने का गंभीर मामला है. पहले वाले जीएम ने भी जांच का आदेश दिया था. लेकिन, डीडीए (उप लेखा प्रशासक) ने एक-दो जगहों की ही रिपोर्ट दी थी.
इसलिए उन्होंने सभी जगहों की जांच करा कर रिपोर्ट देने को कहा है. बताया कि चास में जल्द ही टीआरडब्ल्यू (ट्रांसफॉर्मर रिपेयरिंग वर्कशॉप) चालू होगा. इसके बन जाने से धनबाद का लोड खत्म हो जायेगा. श्री सिंह के अनुसार सिविल वर्क चालू हो गया है. अभी धनबाद, चास, तेनुघाट सहित अन्य जगहों का ट्रांसफॉर्मर यहीं से रिपेयर होता है. उसके बन जाने से यहां सिर्फ धनबाद का ही रिपेयरिंग होगा.
श्री सिंह कहा कि गरमी में संकट से बचाव के लिए विभाग ने तैयारी कर ली है. सभी स्टेशनों का मेंटेनेंस पहले ही किया जा चुका है. ग्रामीण क्षेत्रों के लिए 25 केवीए का 70 नया ट्रांसफॉर्मर भी आ चुका है.
अब अगर ग्रामीण क्षेत्र में कहीं भी इतने केवीए का ट्रांसफॉर्मर जलता है तो उसे तुरंत बदल दिया जायेगा. वे सभी राजीव गांधी विद्युतीकरण योजना के लिए आया है, लेकिन जहां कहीं भी ट्रांसफॉर्मर जलेगा, उसे तुरंत बदलने का आदेश दिया गया है. बताया कि पीएमसीएच और धैया सब-स्टेशन को डीवीसी के कांड्रा लाइन से जोड़ने के लिए पत्र लिखा गया है.
इसके जुड़ने से हीरापुर, धैया और पीएमसीएच क्षेत्र में जीरो कट बिजली हो जायेगी. श्री सिंह ने कहा कि धनबाद उनके लिए अंजान शहर नहीं है, इसीलिए यहां की समस्याओं से भी अंजान नहीं है. जो संसाधन उन्हें मिले हैं, उनसे बेहतर आउटपुट देने की कोशिश होगी. विदित हो कि इस मुद्दे को प्रभात खबर ने प्रमुखता से उठाया था. उसके बाद कार्रवाई शुरू हुई.