धनबादः दस लाख से अधिक आबादी वाले शहर की सफाई का जिम्मा 124 मजदूरों पर है. अस्थायी मजदूरों को सफाई कार्य से हटा दिये जाने के बाद शहर का हाल बदहाल है. कचरा उठाने के बजाय निगम वाले उसे जला रहे हैं. इससे वायु प्रदूषण बढ़ रहा है.
क्या है हालत : सफाई कार्य से ए टू जेड को टर्मिनेट करने के बाद धनबाद नगर निगम जनवरी माह से यहां सफाई कार्य खुद कर रहा है. नयी एजेंसी का अब तक चयन नहीं हो पाया है. निगम के पास अपना केवल 124 स्थायी सफाई मजदूर हैं. इन मजदूरों के दम पर ही धनबाद, झरिया, सिंदरी, कतरास सहित निगम के अन्य क्षेत्रों में सफाई का कार्य चल रहा है.
बीच में निगम बोर्ड के आदेश पर तीन सौ अस्थायी सफाई मजदूर दैनिक मजदूरी पर रखे गये थे. बोर्ड ने इन अस्थायी मजदूरों को 31 मार्च तक ही रखने का आदेश दिया था. लिहाजा एक अप्रैल से सभी अस्थायी मजदूरों को हटा दिया गया. निगम सूत्रों के अनुसार स्थायी मजदूर में औसतन लगभग एक सौ ही काम पर रहते हैं.