धनबाद : वाम दलों की बैठक शुक्रवार को पुराना बाजार स्थित मार्क्सवादी समन्वय समिति के कार्यालय में शुक्रवार को हुई. अध्यक्षता मासस अध्यक्ष पूर्व विधायक आनंद महतो ने की. बैठक में विहिप सहित सांप्रदायिक संगठनों द्वारा झरिया में योजनाबद्ध तरीके से सांप्रदायिक तनाव तैयार करने के प्रयास की निंदा की गयी. कहा गया कि यह चिंता का विषय है,
लेकिन सांप्रदायिक सद्भाव के माहौल बनाये रखने के लिए झरिया सहित धनबाद जिले के अमन पसंद लोगों को धन्यवाद दिया गया. लोगों से इसे भी आगे बनाये रखने की अपील की गयी. बैठक में निर्णय लिया गया कि धनबाद में सांप्रदायिकता विरोधी सम्मेलन आयोजित किया जायेगा, जिसमें सभी लोकतांत्रिक संगठनों, बुद्धिजीवियों को आमंत्रित किया जायेगा. बैठक में आनंदमयी पाल, राम लाल (मासस), गोपीकांत बक्शी, सुरेश प्रसाद गुप्ता, गुणवंत राय मेहता (माकपा) नकुल देव सिंह(माले), केपी सिंह (एसयूसीआइ) व सानू चौधरी (फाब्ला) आदि उपस्थित थे.
कोर्ट परिसर के बाहर लगे जय श्री राम के नारे
चारों को कोर्ट में पेश किये जाने की सूचना पाकर बड़ी संख्या में विहिप व बजरंग दल समर्थक कोर्ट के समीप व जेल गेट के बाहर जमा हो गये थे. जमानत मिलने के बाद बाहर आये कार्यकर्ताओं को को गले लगाकर स्वागत किया. सड़कों पर हिंदुओं के समर्थन में नारे लगाये. हिंदू समर्थक संगठनों के कार्यकर्ताओं की भीड़ को देखते हुए पुलिस भी अलर्ट थी. बड़ी संख्या में पुलिस तैनात किया गया था. कोर्ट परिसर जयश्री राम के नारों से गूंज रहा था.
पुलिस करती रही लुकाछिपी का खेल
गिरफ्तार चारों को पुलिस ने बुधवार की देर रात तक झरिया थाना में रखा, फिर धनबाद थाना में लाकर बंद कर दिया. दोपहर बाद से देर रात तक कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी के खिलाफ विहिप जिलाध्यक्ष रतन लाल अग्रवाल के नेतृत्व में लोग धनबाद थाना में धरना पर बैठे रहे. रात को विधायक राज सिन्हा भी थाना पहुंचे थे. गिरफ्तार लोगों ने पुलिस मारपीट का आरोप लगाया. विधायक ने मौके पर मौजूद सिटी एसपी से मारपीट करने वाले पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की.