धनबाद: चुनाव डय़ूटी के लिए ओपी व थानों से क्लोज पुलिस अधिकारी व पुलिस कर्मियों ने पुन: अपने-अपने पदस्थापना स्थान पर योगदान दे दिया है. थानों में पूर्व की तरह पुलिस बल आ जाने से थानेदारों ने राहत की सांस ली है.
वहीं थानों की रौनक भी लौट गयी है. थानेदारों को यह भय सता रहा था कि कहीं कुछ उनके क्षेत्र में बड़ा मामला हो जाये तो कहां से निबटेंगे. हालांकि वैसा कुछ नहीं हुआ. शांतिपूर्वक मतदान भी हो गया और इलाके में बड़ा क्राइम भी नहीं हुआ. चुनाव डय़ूटी के लिए थानों से मंगलवार को ही बल व अधिकारियों को क्लोज कर लिया गया था.
थानों में गश्ती के लिए होमगार्ड उपलब्ध कराये गये थे. शहर के थाने में ओसी के अलावा एक एएसआइ व एक साक्षर आरक्षी ही थे. टाइगर जवानों को भी क्लोज कर लिया गया था. पुलिस कार्यालयों में पोस्टेड कांस्टेबलों को भी क्लोज कर चुनाव डय़ूटी पर भेजा गया था. ओपी व सहायक थाने को ओसी व साक्षर आरक्षी के जिम्मे था.
थानेदार खुद रात व दिन में गश्ती करते थे. गुरुवार को चुनाव संपन्न हुआ और शुक्रवार की देर शाम तक सभी थानों में पुलिस अधिकारी व साधारण बल के जवानों ने योगदान दे दिया है. सशस्त्र बल के जवान ओपी व थानों में शनिवार को योगदान देंगे. पुलिस कार्यालयों के कास्ंटेबलों ने शुक्रवार कर अपने पदस्थापना स्थान पर योगदान नहीं दिया था. 270 साक्षर आरक्षी को चुनाव डय़ूटी के लिए एएसआइ बनाया गया था, ये सभी पीटीसी ट्रेनिंग पास हैं, जिन्हें जमादार का वेतन भी मिल रहा है. एक स्टार लगाकर डय़ूटी बजा रहे थे. चुनाव डय़ूटी समाप्त होते ही सभी पुन: कांस्टेबल बन गये हैं.