धनबाद: अपने पति का इंतजार कर रही काजल मंगलवार को दिल्ली पहुंच गयी. उपायुक्त ने उसे पांच हजार रुपये मदद की थी. उसी पैसे से दिल्ली गयी. 17 दिन पहले उसे महिला थाना लाया गया था. उसके साथ उसका तीन वर्षीय पुत्र रवि वर्मा भी था. काजल 17 दिनों से पथरायी आंखें लेकर अपने पति […]
धनबाद: अपने पति का इंतजार कर रही काजल मंगलवार को दिल्ली पहुंच गयी. उपायुक्त ने उसे पांच हजार रुपये मदद की थी. उसी पैसे से दिल्ली गयी. 17 दिन पहले उसे महिला थाना लाया गया था. उसके साथ उसका तीन वर्षीय पुत्र रवि वर्मा भी था. काजल 17 दिनों से पथरायी आंखें लेकर अपने पति पंकज वर्मा का इंतजार कर रही थी. दो नवंबर को पंकज उसे पटना जंक्शन पर छोड़ कर चला गया था. काजल की शादी 10 वर्ष पूर्व पंकज से दिल्ली में हुई थी. दोनों ने प्रेम विवाह किया था.
पंकज कभी काजल को धनबाद नहीं लाया था. मगर वह बार-बार कहता कि वह धनबाद का रहने वाला है. इस दौरान अपने बेटे को वह कई बार धनबाद ला चुका था. काजल ने बताया था कि उसका देवर भी उससे कई बार मिल चुका है. काजल बार-बार अपने पति को धनबाद ले जाने के जिद्द करती थी. इस बार उसके पति ने बोला था कि उसे धनबाद ले जायेगा.
दो नवंबर को वे ट्रेन से पटना जंक्शन पर उतरे थे. उतरने के बाद उसका पति बोला कि वह पानी लेकर आता है. मगर उसके बाद वह नहीं आया. बहुत खोजने के बाद भी जब उसका पति नहीं मिला तो उसने धनबाद की गाड़ी पकड़ ली. महिला थाना पहुंचने के बाद वह बार-बार बोल रही थी कि उसके पति का साथ गलती से छूट गया होगा. मगर जब आखिरी वक्त भी उसका पति नहीं आया तो अपने पति के लिए उसकी जुबान पर एक ही बात रही कि उसे धोखा मिल गया.