चासनाला. सेल चासनाला कोलियरी डिवीजन की अपर सीम खदान का जलस्तर बढ़ने पर बुधवार को पंप लगाकर पानी निकासी शुरू हुई. सोमवार को पंप में खराबी के कारण खदान में जलमग्न हो गया था. सुरक्षा की दृष्टि से मजदूरों को खदान में जाने पर रोक लगा दी गयी थी. इस कारण उत्पादन बंद है. फिलहाल अधिकारियों व कर्मचारियों का अमला पानी निकासी में लगा है. आपातकालीन मजदूर पंप चलाने में सक्रिय हैं. एक सप्ताह के अंदर स्थिति सामान्य होने की उम्मीद जतायी जा रही है.
प्रबंधन ने 90 एचपी व दूसरा 100 एचपी का पंप चालू करने की उम्मीद जतायी है. तीसरा पंप गुरुवार को लगाया जायेगा. बताया जाता है कि तीन सितंबर की शाम पंप में खराबी आ गयी थी. पंप बंद होने के कारण जलस्तर बढ़ने लगा. सेल प्रबंधन ने एक-एक कर तीन पंप लगाये. परंतु वह नाकाम रहा. शनिवार को अपर सीम से 300 टन कोल उत्पादन तक किया गया. परंतु सोमवार से जलस्तर बढ़ता देख प्रबंधन ने एहतियात के तौर पर मजदूरों के खदान में जाने व उत्पादन पर रोक लगा दी. अपर सीम के आई लेबल यानी पंप सेक्शन में पानी का जमाव बढ़ गया है. पानी बढ़ने से कुछ पंप डूब गए हैं.
खदान डूबने की बात गलत : जीएम प्रभारी : जीएम प्रभारी चासनाला के चितरंजन चौधरी ने बताया कि खदान डूबने की बात गलत है. डीप माइंस खदान अगर जलमग्न होती तो सेल का बोर्ड ऑफ डायरेक्टर की टीम खदान के अंदर जाकर कैसे निरीक्षण करती. डीप माइंस सुचारू रूप से चल रही है. मंगलवार को 282 टन कोयले का उत्पादन हुआ था.