धनबाद: टाइगर पुलिस व सिविल दस्ता के जवानों ने मंगलवार को बेकारबांध से तीन युवकों को गिरफ्तार किया है. इनके पास से कट्टा, गोली, एक बाइक, तीन मोबाइल बरामद किये गये हैं. इनके नाम हैं रवि ओझा, पंकज सिंह उर्फ बिट्ट (जोड़ाफाटक रोड धनसार) व दिलीप सिंह (मनईटांड़). तीनों को धनबाद थाना में रखा गया है. एसपी हेमंत टोप्पो ने भी तीनों से पूछताछ की है.
दिलीप सिंह खुद को बीटेक दिल्ली में पढ़ने वाला छात्र बता रहा है. दिलीप के पिता उमेश सिंह पुलिस कांस्टेबल हैं, जो अभी जामताड़ा जिला में पोस्टेड हैं. रवि ओझा जेल में बंद छोटू ओझा का भाई है. तीनों को पकड़ने में टाइगर जवान रूपेश कुमार गुप्ता, सिकंदर गुप्ता, विनय रवानी, महेंद्र, राजीव राय व अजीत कुमार का योगदान रहा. पुलिस सूत्रों ने बताया कि टाइगर जवान रूपेश समेत अन्य बेकारबांध की ओर जा रहे थे. बेकारबांध तालाब के किनारे होंडा टि¦स्टर का नंबर प्लेट रिंच से खोला जा रहा था. पूछताछ करने पर वे लोग पुलिस को धौंस देने लगे. टाइगर व सिविल दस्ता के जवानों ने तीनों को पकड़ा तो उन्होंने कुछ सामान तालाब में फेंक दिये.
तालाब की तलाशी लेने पर एक कट्टा, एक गोली व मोबाइल मिले. धर पकड़ के दौरान बेकारबांध में काफी भीड़ जुट गयी थी. तीनों युवक खुद को बेकसूर बता रहे थे. पुलिस का कहना था कि बाइक का नंबर प्लेट क्यों खोल रहे थे? तो इसका कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे सके. थाना में दिलीप नामक युवक खुद झाविमो का कार्यकर्ता बता रहा था. वह एक झाविमो नेता के घर जाने की बात कह रहा था. दिलीप का कहना था कि उसका रवि व बिट्ट से कोई संबंध नहीं है. पकड़े युवक कट्टा व गोली अपना होने से इनकार कर रहे थे. रवि के भाई राजू ओझा का आरोप है कि टाइगर जवान फंसा रहा है.