आरोप है कि पैसे के चलते दाखिल-खारिज में टाल-मटोल किया जा रहा था. प्रमंडलीय एसपी सुदर्शन प्रसाद मंडल ने इंसपेक्टर इंद्रदेव राम को जांच के लिए तोपचांची अंचल भेजा. जांच में संजय द्वारा नाजिर के खिलाफ की गयी शिकायत सही पायी गयी. इंसपेक्टर के प्रतिवेदन पर एसीबी धनबाद थाना में कांड संख्या 22/17 नाजिर सुबल चंद्र गोराईं के खिलाफ दर्ज किया गया.
डीएसपी विनोद रवानी को कांड का अनुसंधानकर्ता बनाया गया है. टीम ने नाजिर को सोमवार को 3500 घूस लेते रंगेहाथ धर दबोचा. एसीबी नाजिर को लेकर कुसमाटांड़ स्थित उसके घर गयी और वहां भी तलाशी ली. नाजिर के ऑफिस से कुछ कागजात जब्त किये गये हैं. आरोपी को मंगलवार को कोर्ट में पेश किया जायेगा.