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नीरज सिंह हत्याकांड में दफन हो गया रंजय मर्डर केस

विफलता . छह माह में छह कदम भी नहीं पहुंची पुलिस हत्या को अंजाम देने वाला मामा की फरारी बन गयी पुलिस की परेशानी न कातिल मिला न ही हथियार मामा के नेपाल, भूटान या मुंबई में छिपे होने की चर्चा धनबाद : झरिया विधायक संजीव सिंह के खासमखास राजीव रंजन सिंह उर्फ रंजय सिंह […]

विफलता . छह माह में छह कदम भी नहीं पहुंची पुलिस

हत्या को अंजाम देने वाला मामा की फरारी बन गयी पुलिस की परेशानी
न कातिल मिला न ही हथियार
मामा के नेपाल, भूटान या मुंबई में छिपे होने की चर्चा
धनबाद : झरिया विधायक संजीव सिंह के खासमखास राजीव रंजन सिंह उर्फ रंजय सिंह हत्याकांड के छह माह होने को है, पर पुलिस उद्भेदन में छह कदम भी नहीं आगे पहुंच पायी है. कांड का राजफाश करने में पुलिस अभी तक नाकाम है. हत्या के कथित आरोपी नंद कुमार सिंह उर्फ रूना सिंह उर्फ बबलू सिंह उर्फ मामा का पता नहीं चल रहा है. मामा के नेपाल, भूटान या मुंबई में छिपे होने की चर्चा है. हत्याकांड के एकमात्र प्रत्यक्षदर्शी गवाह राजा यादव ने फोटो से मामा की पहचान कर चुका है.
मामा के पीछे कौन है, रंजय की हत्या क्यों की गयी. पुलिस अनुसंधान में सब पहले ही खुलासा चुकी है. पुलिस रिकार्ड में कहीं यह अंकित नहीं है. रंजय की हत्या के बाद से ही मामा फरार है. मामा की फरारी पुलिस के लिए परेशानी बन गयी है. पुलिस की सबसे बड़ी परेशानी यह है कि बगैर हत्यारे को पकड़े षडयंत्रकारी की गरदन तक कानूनी हाथ कैसे पहुंचेगा.
प्रत्यक्षदर्शी ने लिया है मामा का नाम : हत्या के एकमात्र प्रत्यक्षदर्शी गवाह राजा यादव ने पुलिस पूछताछ में मामा का नाम लिया है. मामा की पहचान भी की है. मामा के साथ दूसरा कौन था, जिसने गोली चलायी, इसका पता नहीं चल पा रही है. स्कैच के आधार पर भी पुलिस दूसरे शूटर तक नहीं पहुंच पा रही है. मामा का मोबाइल का स्विच ऑफ होने से उसका कोई लोकेशन नहीं मिल रहा है. मामा से जुड़े भाजों के करीबीयों से पुलिस ने पूछताछ की है, लेकिन उसका संभावित ठिकाना का पता नहीं चल रहा है. बगैर मामा के दबोचे पुलिस रंजय की हत्या का षड्यंत्र रचने वालों तक नहीं पहुंच सकती है. मामा को पकड़ने के लिए पुलिस के सभी दावं खाली पड़ गये हैं. टेक्निकल अनुसंधान से भी पुलिस को कुछ नयी जानकारी नहीं मिल पायी है.
.रंजय की हत्या के प्रतिशोध में नीरज का हुआ मर्डर : विधायक के करीबी पंकज सिंह व संतोष सिंह उर्फ नामवर सिंह पर यूपी से शूटरों को लाने, ठहराने, हथियार उपलब्ध कराने, हत्या की पूरी योजना बनाने, नीरज की हत्या के लिए लाने योजना बनाने व शूटरों को हत्या के बाद भगाने का आरोप है. हत्या मामले में पुलिस विधायक संजीव, उनके निजी बॉडीगार्ड धनजय सिंह उर्फ धनजी, अनुसेवक संजय सिंह, करीबी जैनेंद्र सिंह उर्फ पिंटू, डब्लू मिश्रा के साथ हत्या को अंजाम देने वाले शूटरों अमन सिंह, कुर्बान अली, सतीश व चंदन को भी गिरफ्तार कर चुकी है. विधायक होटवार तथा शेष सभी धनबाद जेल में हैं. विधायक समेत छह के खिलाफ पुलिस चार्जशीट दे चुकी है. पुलिस अनुसंधान में नीरज की हत्या को रंजय हत्या का प्रतिशोध भी मुख्य कारण बताया गया है.
हत्या के कारणों में नीरज की बढ़ती लोकप्रियता व पारिवारिक संपत्ति विवाद की बात भी कही जा रही है. पुलिस मुख्यालय की ओर से नीरज हत्याकांड के बाद सीआइडी एडीजी के नेतृत्व में एसआइटी गठित की गयी थी. एसआइटी ने नीरज हत्याकांड में विधायक को षडयंत्रकारी बताते हुए एडवाइजरी जारी की थी. सीआइडी एडीजी ने नीरज की हत्या को रंजय हत्याकांड का प्रतिशोध बताया था. सीआइडी ने रंजय हत्याकांड में भी मामा व उसके शागिर्दों की गिरफ्तारी की एडवाइजरी जिला पुलिस को दी थी. अब सवाल उठता है कि नीरज हत्याकांड रंजय हत्या का प्रतिशोध है तो इसके पीछे कौन-कौन लोग हैं. पुलिस रंजय हत्याकांड के षडयंत्रकारियों का पता लगाने व कानूनी कार्रवाई करने में शिथिल क्यों है?
धनबाद से आगे नहीं निकल सकी पुलिस
मामा से मोबाइल पर संपर्क रखने वाले व मामा से बातचीत करने वालों से पूछताछ में किसी ने उसके बारे में ऐसी नहीं जानकारी नहीं दी है, जिससे पुलिस धनबाद से आगे निकल सकी. पुलिस मामा की खोज में डिप्टी मेयर के रघुकुल आवास व धैया में उनके मौसेरे भाई हर्ष सिंह के घर में छापामारी कर चुकी है. पुलिस कार्रवाई से स्पष्ट है मामा रघुकुल व धैया से जुड़ा हुआ था. विधायक संजीव सिंह को रंजय चाचा कहता था. रंजय की हत्या के दिन से ही संजीव काफी सदमे में थे.
रंजय की हत्या में अज्ञात के खिलाफ एफआइआर दर्ज है. उसके बाद विधायक के चचेरे भाई सह पूर्व डिप्टी मेयर नीरज समेत चार लोगों की हत्या 21 मार्च की शाम कर दी गयी. नीरज के अनुज अभिषेक सिंह उर्फ गुड्डू ने संजीव, मनीष सिंह , महंथ पांडेय, गया सिंह व पिंटू सिंह के खिलाफ हत्या करने का केस दर्ज कराया. नीरज की हत्या के बाद रंजय कांड का अनुसंधान लगभग बंद हो चुका है. नीरज हत्याकांड में पुलिस अनुसंधान में विधायक पर षड्यंत्र रच कर हत्या कराने का आरोप है.
रंजय हत्याकांड का भी खुलासा हो चुका है. राजा यादव ने मामा नामक हत्यारे की पहचान कर ली है. मामा फरार है. मामा की गिरफ्तारी होते ही पूरा राजफाश हो जायेगा.
मनोज रतन चोथे, एसएसपी धनबाद

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