वर्ष 2011 और 2016 में उसने एसएससी व पुलिस बहाली के नाम पर पलामू के युवकों से पैसे वसूले थे. उन्होंने कहा कि इस मामले की जब पुलिस ने जांच की, तो आरोप सही पाये गये. एसपी ने बताया कि संतोष वर्तमान में गढ़वा जिला के धुरकी थाना में पदस्थापित था. जब उसे लगा कि वह जालसाजी के आरोप में पकड़ा जा सकता है, तो वह छुट्टी लेकर धनबाद चला गया.
धनबाद में रहकर उसने कोयले का कारोबार भी शुरू कर दिया था. संतोष के खिलाफ एक जुलाई को भुक्तभोगी युवक ने लेस्लीगंज थाना में ठगी का मामला दर्ज कराया था. इसी मामले में उसकी गिरफ्तारी हुई. सतबरवा ओपी के झाबर गांव निवासी मो इकबाल से आठ लाख 85 हजार रुपये, लेस्लीगंज के उपेंद्र राम से 75 हजार, अखिलेश ठाकुर से 75 हजार, लेस्लीगंज के गुरियादामर के अभय कुमार सिंह से एक लाख,लेस्लीगंज के श्रीरामपुर के रंजन कुमार से एक लाख, सतबरवा ओपी के कुंडेलवा निवासी अजय कुमार सिंह से तीन लाख 40 हजार रुपये चेक के माध्यम से वसूले गये थे. बताया कि इकबाल ने तीन किस्तों में पैसे का भुगतान किया था. हो सकता है संतोष के एजेंट के रूप में इकबाल काम कर रहा हो, इस बिंदु पर भी अनुसंधान किया जा रहा है.