कॉलोनी में जगह-जगह गंदगी का अंबार है. नाली का गंदा पानी घर में घुस रहा है. सेफ्टी टैंक व सामुदायिक भवन जर्जर हो गया है. लाखों की लागत से कॉलोनी में पाइप लाइन बिछने के दो माह बाद भी लोगों को पानी खरीद कर पीना पड़ रहा है. फिल्टर प्लांट 10 वर्षों से शोभा की वस्तु बनी हुई है. जमसं ने लगातार आंदोलन कर करीब सात लाख की लागत से सेक्टर वन में पाइप लाइन बिछायी. लेकिन, प्रबंधन की दलाली करने वाले यूनियन की वजह से जलापूर्ति बंद है.
एमओसीपी के 33 ब्लॉकों में करीब दो हजार लोग रहते हैं. चारों तरफ फैली गंदगी से कभी भी बीमारी फैल सकती है. बीसीसीएल के तत्कालीन डीपी व लोदना जीएम ने कॉलोनी का निरीक्षण कर चुके हैं. उसके बाद भी कोई सकारात्मक पहल नहीं हो रही है. फिल्टर प्लांट चालू करने के लिए जमसं के दोनों गुटों का लोदना जीएम के समक्ष भिड़ंत भी हुी थई. मांग पूरी नहीं होगी तो 15 दिनों के बाद कॉलोनीवासी पीओ कार्यालय पर धरना देंगे. मौके पर अनिल सिंह, रितेश निषाद, कमलदेव राम, रामबदन राम, सुनील साव, संतोष मिश्रा, तपन कुमार, राजू शर्मा, दीपक शर्मा, गणेश पटेल, किशोरी साव, परमेश्वर, प्रकाश बाउरी, रवि मल्लिक, विकास गुड्डू, अमित, राजेश आदि थे.