इसके बावजूद कोयला सचिव कहते हैं कि झरिया में भू-धंसान से मौत हुई तो राज्य सरकार जिम्मेदार होगी. ताज्जुब है कि इसके बावजूद राज्य के मुख्यमंत्री कोयला सचिव से मिलते हैं और उनके सुर में सुर मिलाते हैं. अगर आरएसपी कॉलेज, माडा के जलागार के नीचे आग है तो पहले एक नये कॉलेज की व्यवस्था होनी चाहिए. साथ ही जलागार भी बनना चाहिए. लेकिन, केंद्र सरकार खास कर कोयला मंत्रालय तुगलकी तरीके से झरिया को खाली कराने पर तुली हुई है.
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आरएसपी, जलागार हटा तो सड़क पर उतरेंगे : बाबूलाल
धनबाद. जेवीएम प्रमुख बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि आरएसपी कॉलेज एवं माडा के जलागार को बगैर वैकल्पिक व्यवस्था के झरिया से हटाया गया तो वे सड़क पर उतर कर विरोध करेंगे. झरिया में धरना पर बैठेंगे. श्री मरांडी ने शनिवार को दूरभाष पर कहा कि कोयला सचिव सुशील कुमार एवं राज्य की मुख्य सचिव […]
धनबाद. जेवीएम प्रमुख बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि आरएसपी कॉलेज एवं माडा के जलागार को बगैर वैकल्पिक व्यवस्था के झरिया से हटाया गया तो वे सड़क पर उतर कर विरोध करेंगे. झरिया में धरना पर बैठेंगे. श्री मरांडी ने शनिवार को दूरभाष पर कहा कि कोयला सचिव सुशील कुमार एवं राज्य की मुख्य सचिव राजबाला वर्मा का शुक्रवार को धनबाद दौरे के दौरान दिया गया बयान गैरजिम्मेदाराना है. झरिया में भूमिगत आग बीसीसीएल की गलत नीतियों के कारण लगी व बढ़ी.
पहले धरना, फिर अनशन करेंगे
श्री मरांडी ने कहा कि सरकार ने अगर जन विरोधी फैसला वापस नहीं लिया तो वे पहले झरिया में वृहद धरना पर बैठेंगे. उसके बाद भी मांगें नहीं मानी गयी तो अनशन पर बैठेंगे.
लोकतांत्रिक तरीके से उनका विरोध जारी रहेगा.
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