केस में आयकर विभाग के सहायक कमिश्नर ने कहा है कि 2013 -2014 में दीपक सांवरिया ने आयकर विभाग को सात लाख 33 हजार सत्तर रुपया इनकम होने की बात कही थी, जबकि इसी वर्ष उन्होंने 990 रुपया रिफंड भी ले लिया. जब 19 फरवरी 2014 को धोवाटांड़ स्थित सुरेश अग्रवाल के घर में छापामारी हुई तब वहां वैसे कागजात मिले, जिसमें दीपक सांवरिया के लेनदेन का ब्योरा था.
इसमें इस वर्ष दीपक ने 45 लाख के जमीन कारोबार में पैसा लगाया था. साथ ही, विवेक अग्रवाल को एक कोक प्राइवेट लिमिटेड में इन्वेस्ट करने के लिए एक करोड़ 32लाख दिया था. इसके लिए विभाग ने दीपक को शो-कॉज भी किया पर उनके द्वारा संतोषप्रद जवाब नहीं दिया गया.
तब आयकर विभाग ने दीपक सांवरिया पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया. विदित हो कि पूर्व में कतरास के कोल व्यवसायी त्रिलोक सिंह ने धनसार थाना में कांड संख्या 112 के तहत दीपक सांवरिया के खिलाफ धोखाधड़ी कर 89 लाख ठगी करने का मामला दर्ज कराया था. आयकर विभाग द्वारा दीपक पर शिकंजा कसने से उसकी परेशानी और बढ़ गयी है. इस संबंध में दीपक सांवरिया से पक्ष जानने के लिए संपर्क करने कि कोशिश की गयी, पर संपर्क नहीं हो सका.