धनबाद. हूल दिवस पर शुकवार को झामुमो की ओर से तेलीपाड़ा स्थित पार्टी कार्यालय में सिदो-कान्हू की तसवीर पर माल्यार्पण किया गया. मौके पर पूर्व मंत्री मथुरा प्रसाद महतो ने कहा कि सिद्धो-कान्हू ने अपने समाज के अस्तित्व के लिए अंगरेजों से लोहा लिया था. उन्हीं की लड़ाई की वजह से संथाल परगना टेंडेंसी एक्ट बना, परंतु रघुवर दास ने इस पर संशोधन कर उन्हें अपमानित करने का काम किया है. भाजपा सरकार आदिवासी मूलवासी विरोधी है.
मौके जिलाध्यक्ष रमेश टुडू, पवन महतो, युद्धेश्वर सिंह, जग्गू महतो, मदन महतो, अमित महतो, रतिलाल टुडू, बलराम महतो, कल्याण भट्टाचार्य, सूरज चौहान, हेमंत सोरेन, बसंत महतो सहित अन्य लोग मौजूद थे. इधर, देवीपाड़ा में शुक्रवार को सिदो-कान्हू की तसवीर पर माल्यार्पण किया गया. मुख्य अतिथि संताल समाज एवं भारत दिशोम पार्टी से जुड़े सत्यानंद किस्कू ने कहा कि सिदो-कान्हू के बताये रास्ते पर चलने से ही हम आगे बढ़ सकते हैं. मौके पर अनिल हांसदा, राजेश हासंदा, संतोष हांसदा, देवानंद हेंब्रम, सोनी हेंब्रम, फूल कुमारी, प्रियंका हेंब्रम, सावित्री हेंब्रम, विशाल हेंब्रम, मनोज वर्मा, असवनी देवी, सुखलाल हांसदा, वीरू हांसदा, रवि टुडू, भीम कुमार आदि मौजूद थे.
शोषण के खिलाफ चलता रहेगा आंदोलन : आजसू : आजसू पार्टी की ओर से रणधीर वर्मा चौक पर कार्यक्रम किया. अध्यक्षता जिलाध्यक्ष मंटू महतो ने की. उन्होंने कहा कि 1855 में सिदो-कान्हू ने शोषण के खिलाफ आंदोलन का बिगुल फूंका था. सभी लोगों ने उनके सपनों को पूरा करने का संकल्प लिया. मौके पर सुभाष राय, रायमुनी देवी, कुल्लू चौधरी, मकसूद आलम, पप्पू सिंह, हीरालाल महतो, अमर पासवान, विशाल महतो, संतोष महतो, संतोष पासवान, सुनील शर्मा, धर्मा गुप्ता, प्रेम मिश्रा, दिलीप सिंह, कृष्णा महतो, योगेश, दिनेश दास, काेची मंडल, गफ्फार अंसारी, अजय महतो, राजेश महतो, राजू किस्कू, मिथिलेश मुर्मू, रामलाल हेम्ब्रम, सुकलाल हेम्ब्रम मौजूद थे.
माकपा ने दी श्रद्धांजलि : माकपा की ओर से सिदो-कान्हू, चांद भैरव एवं इनकी सहयोगी बहनें फूलो- झानो को याद किया गया. अध्यक्षता चारू मुंडा ने की. इनकी तसवीर पर माल्यार्पण किया गया. मौके पर राम कृष्णा पासवान, गुणवंत राय मेहता, राम बालक, दीपक रवानी, कृष्णा मुंडा, शमशुद्दीन अंसारी, माणिक चंद्र धानी, महेंद्र, विष्णु देव, छब्बू अंसारी आदि मौजूद थे.