आशीष के सकुशल घर पहुंचने पर पुलिस व परिजन राहत की सांस ली. पीड़ित आशीष ने जोड़ापोखर पुलिस को घटना की जानकारी दी. आशीष अपने घर पहुंचने पर परिजनों को बताया कि सोमवार को दोपहर बारह बजे घर के बगल जंगल में शौच के लिए जा रहा था तभी दो युवक रूमाल से मुंह दबा कर अपने साथ ले गये. आशीष ने बताया कि दोनों युवक अपना मुंह बांधे हुए थे.
रात में होश आया तो देखा कि दोनों सोये हुए हैं तो मौका देखकर भाग निकला. आशीष अपने मामा रणधीर विश्कर्मा के यहां रहकर पढ़ाई करता है. उसकी छोटी बहन विद्या कुमारी व छोटा भाई राहुल कुमार, मां रामशीला देवी के साथ नवादा में रहते हैं. आशीष के पिता जीतू विश्कर्मा कोलकाता में मिस्त्री है.