स्थानीय लोगों ने बताया कि वर्षों पूर्व बिजली विभाग ने कॉलोनी में पोल गाड़ आपूर्ति शुरू की थी. बाद के दिनों में सड़क भराई के चलते बिजली पोल छोटे पड़ गये. नतीजा यह हुआ कि तार की ऊंचाई काफी कम हो गयी. ये तार ढीले पड़ कर अब झूलने भी लगे हैं.
झूलते तारों से वाहनों के टकराने की संभावना रहती है. साथ ही काफी संख्या में कॉलोनी के बच्चे शाम के वक्त अपने-अपने घरों से निकल कर सड़क पर खेलते हैं. मुहल्ले के लोग भी घरों के बाहर बैठते हैं. बिजली तारों से इन्हें भी खतरा है. बिजली विभाग के कर्मियों को इस संकट के बारे में जानकारी है, फिर भी न पोल बदले जा रहे, न ही तारों को दुरुस्त किया जा रहा है. मुहल्ले के लोग इन दिनों वोल्टेज के उतार-चढ़ाव से भी परेशान हैं.