देवघर: बोचहा में करोड़ों की जमीन खपाने को लेकर देवघर नगर निगम कार्यालय की मिलीभगत से डॉ शिवनारायण सिंह की मौत के 15 साल बाद उनके नाम का फर्जी मृत्यु प्रमाण-पत्र निर्गत कराने के मामले की छानबीन में मुजफ्फरपुर नगर थाना की पुलिस मंगलवार को देवघर पहुंची. कांड के छानबीन में मुजफ्फरपुर थाना के एसआइ रविंद्र कुमार राय यहां पहुंचे हैं. नगर थाना के सहयोग से एसआइ राय ने डॉ शिवनारायण सिंह के नाम के फर्जी मृत्यु प्रमाणपत्र बनाने वाले से पूछताछ की. इसके बाद वे निगम कार्यालय पहुंचे.
निगम कार्यालय में प्रतिवेदन देकर डॉ सिंह के नाम से बनाये गये फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र को रद्द कराने का आग्रह किया. इसके बाद वे यह छानबीन करने गये कि यहां डॉ सिंह की मकान व होल्डिंग है या नहीं. इस दौरान एसआइ राय ने डॉ सिंह के परिजनों व रिश्तेदारों से मिलकर भी पूछताछ किया. एसआइ राय ने बताया कि मुजफ्फरपुर जिले के बोचहा में शिवनारायण सिंह की करोड़ों की जमीन थी. उक्त जमीन बिक्री के लिये ही साजिश सामने आया है. इस संबंध में स्व शिवनारायण सिंह के पुत्र डॉ आशीष नारायण सिंह द्वारा नियुक्त मोख्तार अर्जुन राय ने मुजफ्फरपुर नगर थाना में एक धोखाधड़ी की प्राथमिकी 36 आरोपितों पर दर्ज करायी थी.
जानकारी हो कि यहां कास्टर्स टाउन वाइएन सिंह रोड जेके एकेडमी कैंपस में रहने वाले (रिश्ते में खुद को डॉ शिवनारायण सिंह का नाती बताने वाले) विक्रम सिंह ने निगम कार्यालय में लिखित आपत्ति दिया था. जिक्र किया गया था कि डॉ शिवनारायण सिंह पिता योगेंद्र नारायण सिंह की मृत्यु 23 दिसंबर 1991 को पीएमसीएच पटना में हुआ था. इस संबंध में उनका मृत्यु प्रमाण-पत्र पटना नगर निगम जन्म-मृत्यु निबंधन शाखा से 25 दिसंबर 1991 को निर्गत हुआ था. इसके बावजूद देवघर नगर निगम से मृत्यु की तारीख 26 जून 2006 बताते हुए 11 मार्च 2017 को उनके नाम का फर्जी मृत्यु प्रमाण-पत्र बनवा लिया गया. विक्रम द्वारा दिये गये शिकायत में कहा गया था कि कास्टर्स टाउन में उसके नाना शिवनारायण सिंह उर्फ डॉ शिवनारायण सिंह पिता योगेंद्र नारायण सिंह थे.
मृत्यु प्रमाणपत्र रद्द करने का दिया था आदेश
एसडीओ देवघर द्वारा डॉ शिवनारायण सिंह के नाम देवघर नगर निगम से बनाये गये मृत्यु प्रमाण-पत्र रद्द करने का आदेश निर्गत किया गया. इस संबंध में ज्ञापांक 231 दिनांक 04 मई 2017 के तहत निगम के नगर आयुक्त को एसडीओ द्वारा पत्र जारी किया गया है.