देवघर: मोहनपुर थाना क्षेत्र के जरुआडीह-खिजुरिया गांव के बीच नहर के समीप भारी मात्र में जमीन के दस्तावेज जलाने का प्रयास किया गया. इसमें कई भू-खंडों के जमीन के सेल डीड, स्टांप पेपर, एग्रीमेंट पेपर, परचा, टाइटल सूट समेत जमीन कई दस्तावेज हैं. इसकी सूचना मिलने पर मोहनपुर पुलिस पहुंची और अधजले दस्तावेज को जब्त किया.
अधजले दस्तावेज में भू-खंडों के खरीद-बिक्री के उल्लेख दिखाई दे रहा है. अधिकांश सेल डीड व जमीन खरीद-बिक्री के दस्तावेज हैं. पुलिस सारे दस्तावेजों को भूमि घोटाले से जोड़ कर भी देख रही है. दस्तावेजों में कोर्ट से जमीन के मामले में दिये गये फैसले भी शामिल है. पुलिस ने जो भी दस्तावेज बरामद किया है, सभी मूल कॉपी है. बताया जाता है कि शुक्रवार की रात ही दस्तावेज को जलाने का प्रयास किया गया है.
गवाहों की भी है मूल कॉपी
बरामद दस्तावेजों में कोर्ट के कई मूल प्रति भी है. इसमें जमीन से संबंधित दिये गये गवाही की कॉपी भी है. पुलिस जांच के क्रम में इसकी मूल कॉपी देख अबाक हो गयी. आखिर मूल कॉपी कोर्ट से बाहर कैसे आ गयी. इसमें एक गवाह की वह कॉपी भी है, जिसमें उसने लिखित बयान में झूठी गवाही देने की बात की है. दस्तावेज अधिकांश 1979 से लेकर 1990-95 तक के हैं.
अधिवक्ता गजानंद प्रसाद का लेटर पेड भी मिला
पुलिस ने जलाये गये दस्तावेजों में बरमसिया मुहल्ले के अधिवक्ता गजानंद प्रसाद का लेटर पेड भी बरामद किया है. लेटर पेड बिल्कुल खाली है. थाना प्रभारी बिरजु गंजु ने बताया कि अधिवक्ता के घर का पता लगाया जायेगा व उनका लेटर पेड गायब होने की जानकारी ली जायेगी. सूत्रों के अनुसार पुलिस देवघर में भूमि घोटाले की जांच कर रही सीबीआइ अधिकारी को भी जमीन के अधजले दस्तावेज सौंप सकती है.