श्री दास ने कहा कि सरकार तीन माह के अंदर उनकी मांगों पर विचार नहीं करती है, तो दिल्ली के जंतर-मंतर चौक पर आमरण अनशन पर बैठने के लिए बाध्य होंगे. समिति की ओर से पांच सूत्री मांगों का ज्ञापन पीएम के नाम डीसी को दिया गया. प्रमुख मांगों में न्यायपालिका, राजनीति व मीडिया में दलितों व आदिवासियों को जनसंख्या के अनुसार आरक्षण देने, निजी क्षेत्रों में आरक्षण लागू करने, नौकरियों में प्रोमोशन के लिए आरक्षण मुहैया करने, एससीएसटी एक्ट को सख्ती से लागू करने, अनुसूचित जाति का आरक्षण 10 प्रतिशत से बढ़ाकर 15 प्रतिशत करने आदि हैं.
इस अवसर पर शशि दास के अलावा रंजीत दास, सुभाष दास, पुतुल मांझी, रेखा देवी, पेरीया देवी, सूरती देवी, सावित्री देवी, सुदामी देवी, शक्ति मांझी, नरेश मांझी, विनोद दास, कारू दास आदि मौजूद थे.