-दो चरणों में हुआ कार्यक्रम
-तालियों से गूंजा नौलखा परिसर
-प्रबंधन बोर्ड की ओर से सभी कलाकार हुए सम्मानित
देवघरः बाबा बैद्यनाथ मंदिर प्रबंधन बोर्ड के तत्वावधान में आयोजित सात दिवसीय बैद्यनाथ महोत्सव के अंतिम दिन रविवार को वायलीन वादन और कत्थक नृत्य ने दर्शकों को खूब झुमाया. प्रथम चरण में रनेन सिन्हा की 15 सदस्यीय टीम ने वायलीन वादन किया. टीम ने उत्तर और दक्षिण भारतीय संगीत व पाश्चात्य संगीत को एक साथ पेश कर कला प्रेमियों को मंत्रमुग्ध कर दिया. मौके पर टीम की कृष्णा सिन्हा ने नृत्य प्रस्तुत कर कार्यक्रम में चार-चांद लगा दिया.
कार्यक्रम की शुरुआत गणोश वंदना की गयी. इसके बाद शिव वंदना जय शंकर कैलाशपति., गंगा स्तुति देवी सुरेश्वरी भगवती गंगे., वंदे मातरम., बंगला गीत रीद मजरे राखिय., होली खेलत है गिरधारी., ईश्वर अल्लाह तेरे नाम, ऊं जय जगदीश हरे., आदि भजन को वायलीन पर नृत्य सहित प्रस्तुत कर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया. मंगल ध्वनि उपमा सिन्हा व हिंदोला सिन्हा व दो बच्चों ने प्रस्तुत किया. वहीं दूसरे चरण में देश की प्रख्यात कत्थक नर्तकी पद्मश्री शोभना नारायणन ने अदभुत कत्थक नृत्य की प्रस्तुति कर दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया.
उन्होंने शिव स्तोत्र से कार्यक्रम की शुरुआत की. उसके बाद नृत्य के माध्यम से शिव-कृष्ण नृत्य, लाचार महिला की सखि से कही पीड़ा, महिला की पांच नयन भाव, पांव से घोड़े की आवाज, शिव बरात में नंदी की नाराजगी, महाभारत में श्रीकृष्ण की लीला आदि को सुंदर रूप से प्रस्तुत की. तबले पर उस्ताद शकील अहमद, सितार पर पंडित विजय शर्मा व गायन में पं माधो प्रसाद संगत किये. कार्यक्रम का समापन रात्रि साढ़े नौ बजे पिंकू पंडित, ब्रrानंद झा, कारू महाराज, संजय झा व पप्पू जजवाड़े आदि पांच वैदिकों के आशीर्वचन के साथ की गयी. कार्यक्रम में कलाकारों के अलावा सराहनीय सहयोग देनेवाले सभी लोगों को बाबा मंदिर प्रबंधन बोर्ड की ओर से पूर्व बोर्ड सचिव सह पूर्व देवघर डीसी राहुल पुरवार, देवघर डीसी अमीत कुमार, एसपी राकेश बंसल, मंदिर प्रभारी विंदेश्वरी झा, सहायक मंदिर प्रभारी दीपक मालवीय, मंदिर प्रबंधक रमेश परिहस्त के हाथों मोमेंटो, शॉल व बुके देकर सम्मानित किया गया. मंच संचालन राजश्री व रामसेवक गुंजन ने संयुक्त रूप से किया. मौके पर संजय नारायण मिश्र, अरुण राउत, प्रदीप झा, संतोष कुमार, राजेश श्रृंगारी आदि मौजूद थे.