देवघर : वन पदाधिकारी रजक ने पुलिस को बताया कि वन विभाग का चालक नहीं आने पर वे एक आरा मिल के मालिक द्वारा दिये चालक के साथ उक्त रुपयों की निकासी करने आये. घटना के दौरान चालक के साथ खुद वन पदाधिकारी रजक गाड़ी पर ही बैठे थे. गृहरक्षक जवान पौधरोपन की प्लास्टिक लेने ट्रांसपोर्ट के अंदर घुसा था.
चालक के अनुसार ट्रांसपोर्ट के समीप बायें से एक युवक ने ओवरटेक कर बाइक को आगे लाने की कोशिश की थी. उसी बाइक के पीछे बैठा नाटा कद का युवक उतर कर वन पदाधिकारी की तरफ बढ़ा. बाइक वाले युवक ने दायें से आगे लाकर बाइक स्टार्ट रखा था. इसी बीच उसने उतरने के दौरान वन पदाधिकारी के बैग को झपट लिया. दोनों के हाथ से रुपयों का भरा बैग नीचे गिर पड़ा, फिर उसी तेजी से बैग उठा कर वह बाइक में बैठा और दोनों आगे स्टेडियम के रास्ते में भाग निकले. बाइक चला रहा युवक लंबा व गोरा था. वहीं छिनतई करने वाला नाटा कद का और आधुनिक कटिंग का बाल कटाये था.
हैवी टांजेक्शन की सूचना नहीं दी गयी थी पुलिस को
इतने मोटी रकम में वन पदाधिकारी रजक द्वारा बैंक से निकासी करने के पूर्व पुलिस को कोई सूचना नहीं दी गयी थी. अगर पूर्व से पुलिस को सूचना रहती तो शायद सतर्कता बरती जा सकती थी. एक तरफ सरकार कैशलेस को बढ़ावा दे रही है. वहीं वन विभाग द्वारा मोटी सरकारी रकम निकाले जाने के इस मामले को पुलिस भी आश्चर्य भरी निगाह से देख रही है.
पुलिस को कटिहार गिरोह पर शक
इस संबंध में पूछे जाने पर नगर थाना प्रभारी सह इंस्पेक्टर अरविंद उपाध्याय ने बताया कि घटना के बाद वन पदाधिकारी को साथ लेकर सभी संभावित ठिकाने पर छापेमारी की गयी, किंतु कोई सफलता हाथ नहीं लग सकी है. शक की सूई कटिहार गिरोह पर जा रही है. बहुत जल्द मामले का परदाफाश किया जायेगा. यह घटना और बालानंद आश्रम के कर्मी से हुई घटना मिलती-जुलती लग रही है. उस दिन के फुटेज वन पदाधिकारी को दिखाये गये हैं.