देवघर: जरमुंडी थाना प्रभारी राधेश्याम दास मूल रूप से बिहार जमुई जिला चकाई प्रखंड चंद्रमंडी थाना के रहने वाले हैं. 21 मई की देर रात थाना प्रभारी श्री दास जरमुंडी थाना पहुंचे थे. सरकारी मोबाइल एएसआइ के पास छोड़ कर चले गये. जरमुंडी थाना परिसर स्थित थाना प्रभारी के आवास में वह एक नौकर के साथ रहता था.
आरोपित थाना प्रभारी पीड़िता को जरमुंडी स्थित आवास भी ले जाते थे. थाना प्रभारी श्री दास के साथ उनका बेटा भी कभी कभार जरमुंडी में रहता था. उसकी पत्नी व बेटी की मौत कुछ वर्ष पूर्व एक दुर्घटना में हो गयी थी. बीते 5-6 वर्ष से वह लड़की को अपने साथ रखा था. लड़की के परवरिश कर बड़े होने पर शादी भी कराने की बात उसके भाई -भाभी को उसने कहा था. लड़की बरमसिया स्थित आवास से बीच-बीच में भाग भी जाती थी.
थाना प्रभारी श्री दास उसे खोज कर फिर वापस ले आते थे. लड़की के माता-पिता नहीं है. लड़की जरमुंडी प्रखंड के चोरडीहा गांव की रहने वाली है. कुछ वर्ष पूर्व थाना प्रभारी श्री दास तालझारी थाना में प्रभारी के पद पर कार्यरत थे. उसी समय से नबालिग लड़की को घर का काम कराने के लिए बतौर नौकरानी रखा था.