देवघर : झारखंड अधिविद्य परिषद के तत्वावधान में देवघर में शिक्षक पात्रता परीक्षा (टेट) 20 नवंबर को दो पाली में आयोजित की गयी थी. चौबीस केद्रों पर 17 हजार से ज्यादा परीक्षार्थी शामिल हुए थे. जैक के निर्देशानुसार परीक्षा केंद्र पर मोबाइल सहित अन्य इलेक्ट्रॉनिक्स उपकरण के इस्तेमाल पर प्रतिबंध था. परीक्षा समाप्ति पर परीक्षार्थियों […]
देवघर : झारखंड अधिविद्य परिषद के तत्वावधान में देवघर में शिक्षक पात्रता परीक्षा (टेट) 20 नवंबर को दो पाली में आयोजित की गयी थी. चौबीस केद्रों पर 17 हजार से ज्यादा परीक्षार्थी शामिल हुए थे. जैक के निर्देशानुसार परीक्षा केंद्र पर मोबाइल सहित अन्य इलेक्ट्रॉनिक्स उपकरण के इस्तेमाल पर प्रतिबंध था. परीक्षा समाप्ति पर परीक्षार्थियों से ओएमआर सीट के अलावा प्रश्न पत्र भी जमा ले लिया गया. बावजूद टेट परीक्षा में पूछे गये सवालों का प्रश्न पत्र सोशल साइट पर वायरल हो गया है.
जैक की चाकचौबंद व्यवस्था के बाद भी प्रश्न पत्र सोशल साइट पर वायरल होना, उसकी गोपनीयता पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है. सोशल साइट पर वायरल हुए प्रश्न पत्र के संख्या 54 में परीक्षार्थियों से पूछा गया है कि कक्षा में श्यामपट व्यवहार करते समय निम्नलिखित में से किस बिंदु पर ध्यान दिया जाता है.
: स्पष्ट और पठनीय शब्दों में लिखना, बी. : रेखाचित्र बनाते समय बहुरंगी चौकों का प्रयोग करना. सी. : श्यामपट पर सीधी रेखा खींचना एवं डी. : इसमे से सभी शामिल है. प्रश्न संख्या 55 में पूछा गया है कि मनोविश्लेषण सिद्धांत के अनुसार विसामान्य व्यवहार होने का कारण है. ए. : उसमें सक्रिय अचेतन मन. बी. : व्यक्ति की दमित इच्छाएं. सी. : इसमे से दोनों. डी. : इनमें से कोई नहीं. प्रश्न संख्या 140 में पूछा गया है कि जे सबद संइगा बा सरबानेक गुन बतवेहे, तकरा कहल जाहे. ए. : सरबनाम, बी. : परतिअइ. सी. : बिसेसन. डी. : कारक. है. प्रश्न संख्या 141 में सइंगा के अउजी अवइया सबद के कहल जाहे. ए. : बिसेसन. बी. : सरबनाम. सी. : क्रिया. डी. : बचन शामिल है.
कहते हैं ओएसडी
प्रश्न पत्र वायरल होने की जानकारी नहीं है. अगर इस प्रकार की कोई घटना हुई है तो इस पर चेयरमैन व सचिव के स्तर पर ही कार्रवाई संभव है. अभी इस मुद्दे पर मेरे लिए इससे ज्यादा कुछ बोलना यथोचित नहीं है.
डॉ अश्विनी कुमार यादव, ओएसडी, जैक, दुमका